विराट को क्यों कहना पड़ा था, प्लीज मुझ पर बैन मत लगाओ
विराट ने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि मैं जब भी अपने पुराने दिनों को याद करता हूं तो मुझे हंसी आ जाती है।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली अपने करियर की शुरुआत में कितने आक्रामक थे ये तो सभी जानते हैं। जब वह इंटरनेशनल क्रिकेट में नए नए आए थे तो गुस्सा उनकी नाक पर बैठा होता था लेकिन अब समय बदला और अनुभव के साथ विराट ना केवल शांत हुए बल्कि परिपक्व भी हुए है। कप्तानी के दौरान वह ना केवल खुद शांत रहते है बल्कि खिलाड़ियों को भी शांत रहने की सलाह देते हैं।
आपको याद होगा कि साल 2011-12 में विराट ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गए थे और एक मैच में उन्होंने बीच मैच में बाउंड्री पर खड़े होने के दौरान क्रिकेट फैंस को मिडिल फिंगर दिखाई थी। इसके बाद उनकी ये हरकत ने खूब सुर्खियां बटोरी थी। हाल में उन्होंने इस घटना के बारे में जिक्र करते हुए बताया कि कैसे इस घटना के बाद उन्हें रेफरी से कहना पड़ा कि प्लीज मुझ पर बैन मत लगाओ।
कोहली ने बताया कि उस समय मैच रेफरी रंजन मदुगल ने मुझे बुलाया और पूछा कि मैच के दौरान क्या हुआ था। मैंने कहा कुछ नहीं, कुछ लोग मुझ पर अखबार फेंक रहे थे। कोहली ने ये भी माना कि रेफरी बहुत अच्छे थे और उन्होंने समझा कि युवा खिलाड़ियों से ये गलतियां हो जाती है। इसके बाद उन्होंने मुझे माफ कर दिया था।
विराट ने अपने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि मैं जब भी अपने पुराने दिनों को याद करता हूं तो मुझे हंसी आ जाती है। लेकिन सच ये है कि मैंने अपने काम का तरीका आज तक नहीं बदला। मैं जैसा हूं, उससे खुश हूं। विराट ने ये भी माना कि अब अगर टीम का खिलाड़ी को गलत हरकत करता है तो मैं उसे रोकता हूं, मैं नहीं चाहता जो गलतियां मैंने अपने समय में की है वह भी उसे दोहराए। मैं उन पर पांबदी नहीं लगाता, बस सुनिश्चित करता हूं कि वह कुछ गलती ना करे।