सचिन ने कहा विराट महान क्रिकेटर बनने की राह पर, लेकिन तुलना में मेरा विश्वास नहीं
सचिन ने कहा कि विराट महान खिलाड़ी बनने की राह पर अग्रसर हैं।
नवी मुंबई, प्रेट्र। विराट कोहली जिस तरह से खेल रहे हैं वैसे में ऐसा लग रहा है कि वो सचिन के कई रिकॉर्ड्स को तोड़ सकते हैं। विराट के बारे में सचिन ने कहा कि वो बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक हैं लेकिन उन्हें तुलना करने में विश्वास नहीं है। हाल ही में विराट वनडे क्रिकेट में सबसे तेज 10,000 रन बनाने वाले बल्लेबाज बने थे और वेस्टइंडीज के खिलाफ उन्होंने अपने वनडे करियर का 38 वां शतक लगाया। सचिन का वनडे में 49 शतक है और विराट जिस तरह से खेल रहे हैं उससे यही लगता है कि वो जल्दी ही इस रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं।
विराट के बारे में सचिन ने कहा कि एक खिलाड़ी के तौर पर वो काफी जल्दी विकसित हुए हैं। मैंने उनके अंदर हमेशा ही एक स्पार्क देखा है। मुझे लगता है कि वो दुनिया के महान खिलाड़ियों में से एक बनने की राह पर हैं। अलग-अलग दशकों में अलग-अलग तरह के खिलाड़ी क्रिकेट में आए हैं और किसी से किसी की तुलना सही नहीं है। विराट का भी यही कहना है और अपने 24 वर्ष के क्रिकेट करियर में मैं भी यही कहता आया हूं कि तुलना में मेरा विश्वास नहीं है। जब से क्रिकेट की शुरुआत हुई तब से लेकर अब तक क्रिकेट में बदलाव ही स्थाई है।
सचिन ने कहा कि हर जेनरेशन में खेल मे काफी बदलाव देखे गए या फिर हो रहे हैं। क्रिकेट में कई नियम बदले, पिच बदलते रहते हैं, क्रिकेट के अलग-अलग प्रारूपों में अलग-अलग गेंदों का इस्तेमाल हो रहा है। क्रिकेट में लगातार बदलाव हो रहे हैं। ऐसे में व्यक्तिगत तौर पर मुझे लगता है कि किसी खिलाड़ी का किसी से भी तुलना सही नहीं है।
सचिन तेंदुलकर ने भारतीय टीम में जगह बनाने वाले युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ की जमकर तारीफ की। पृथ्वी शॉ ने अपने पहले ही टेस्ट में शतक लगाया था और शानदार डेब्यू की थी। सचिन ने कहा कि मैंने भारतीय टीम में किसी खिलाड़ी के चयन को लेकर कभी कुछ नहीं कहा। अगर मैंने ऐसा किया तो इससे सेलेक्टर्स पर दबाव बन सकता है लेकिन एक खिलाड़ी के तौर पर पृथ्वी ने बहुत ही जल्दी प्रोगरेस किया है। उम्र के साथ वो और भी बेहतरीन होते चले जाएंगे। वो ऐसे खिलाड़ी हैं जो लगातार अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया दौरे उनके लिए अच्छा अनुभव साबित होगा। मैंने देखा है कि वो जल्दी सीखते हैं और मुझे लगता है कि वो इसके लिए तैयार हैं। मुझे लगता है कि क्रिकेट के हर प्रारूप में उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया है। अगर आप क्रिकेट के हर प्रारूप में अच्छा करने की क्षमता नहीं रखते हो तो आप अच्छा नहीं कर सकते।