Exclusive: ट्रेंट बोल्ट बोले- इन दिग्गज गेंदबाजों के सामने मैं बच्चा हूं
Jagran Exclusive न्यूजीलैंड की तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट ने कहा है कि इन दिग्गज गेंदबाजों के सामने मैं बच्चा हूं।
नई दिल्ली, जागरण स्पेशल। स्विंग के मास्टर और रफ्तार के जादूगर ट्रेंट बोल्ट ने इंग्लैंड में हुए विश्व कप में भारत ही नहीं बल्कि सभी टीमों की हालत खराब कर दी थी। विश्व कप फाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ वह भले ही विकेट नहीं ले सके हों लेकिन उन्होंने क्रिकेट के महाकुंभ में 17 विकेट चटकाए थे। न्यूजीलैंड की टीम इस समय श्रीलंका के दौरे पर है जहां पर उसे बुधवार से दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है।
अब देखना यह होगा कि भारतीय उपमहाद्वीप की पिच पर वह कैसा प्रदर्शन करते हैं। हालांकि अपने देश के दो दिग्गज गेंदबाजों सर रिचर्ड हेडली और शेन बांड से तुलना पर वह खुद को बच्चा बताते हैं। न्यूजीलैंड के लिए 61 टेस्ट मैचों में 246 विकेट लेने वाले ट्रेंट बोल्ट से अभिषेक त्रिपाठी ने खास बातचीत की। पेश हैं मुख्य अंश
आपको स्विंग का मास्टर कहा जाता है। आप इतनी स्विंग कैसे करा लेते हैं। इसके बारे कुछ बताएं?
यह हालात पर निर्भर करता है। स्विंग गेंदबाजों में रिचर्ड हेडली, डेनी मॉरिसन, शेन बांड दिग्गज हैं और मैं उनके सामने बच्चा हूं। गेंदबाजी के दौरान अगर पिच पर अगर घास होती है तो उसकी मदद लेता हूं। हम इस तरह की पिचों पर न्यूजीलैंड में खेले हैं और इससे स्विंग गेंदबाजी करने में मदद मिलती है। न्यूजीलैंड में गेंदबाजों की मददगार पिच होती हैं। वसीम अकरम और डेल स्टेन भी इन पिचों पर गेंद को अच्छी तरह से मूव करा लेते थे।
श्रीलंका के महान तेज गेंदबाज मलिंगा अब टेस्ट और वनडे से संन्यास ले चुके हैं। आपने उनके साथ काफी खेला है। क्या इस सीरीज में उनकी कमी खलेगी?
वह विशेष गेंदबाज हैं। उनका गेंदबाजी करने का अलग तरह का स्टाइल है। उनका लंबा करियर रहा है और उन्हें गेंदबाजी करते हुए देखना अच्छा लगता है। वह अपने करियर में सफल रहे और दुनिया भर की ज्यादातर लीग में खेले। कुछ स्पैल उनके दमदार रहे। मुझे विश्वास है कि दुनिया भर में उनके प्रशंसक उन्हें याद करेंगे।
न्यूजीलैंड की टीम ने विश्व कप में खेल भावना दिखाई थी। आप वहां अपनी टीम के प्रदर्शन पर आप क्या कहेंगे?
हमारी टीम के सभी साथियों ने विश्व कप में व्यक्तिगत तौर पर अपना अच्छा प्रदर्शन किया। वहां के हालातों से तालमेल बैठाया। हम खेल भावना के साथ खेले। हमने वहां पर अपना स्वाभाविक खेल खेला। विश्व कप में अभियान थोड़ा भावुक हो गया था, लेकिन हम टूर्नामेंट में विरोधी टीम को देखकर खेले थे। हमने विश्व कप में खूब आनंद लिया। हमें ऐसा लगता था कि हम टूर्नामेंट को जीत के साथ खत्म कर सकते थे। फाइनल में अजीबो-गरीब तरह से हारने से हमारी टीम के सभी साथी भावुक थे। सच कहूं तो लॉर्ड्स में विचित्र हालात हो गए थे। आज भी वह याद आता है।
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप शुरूहो गई है और इसे आप कैसे देखते हैं? श्रीलंका में स्पिनरों की मददगार पिचें हैं और ऐसी चुनौतियों से निपटना आपके लिए कितना मुश्किल होगा?
विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के तहत यह हमारा पहला टेस्ट मैच होगा और हम इसको लेकर उत्साहित हैं। कई सत्रों में हमारा प्रदर्शन अच्छा रहा है। यह एक चुनौती है। मैंने महसूस किया है कि मुझे स्पैल टू स्पैल गेंदबाजी करने की जरूरत है। हम एक इकाई के रूप में गेंदबाजी करेंगे। हमने पिछले कुछ समय में अच्छा क्रिकेट खेला है और उम्मीद है कि आगे भी ऐसा ही होगा। हम हर कीमत पर जीत हासिल करने की कोशिश करेंगे।
अब खबरों के साथ पायें जॉब अलर्ट, जोक्स, शायरी, रेडियो और अन्य सर्विस, डाउनलोड करें जागरण एप