वर्ष 1978 में सिडनी में भारत ने किया था ये कमाल, पर अब है इस बात का इंतजार..
भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया में इतिहास रचने के काफी करीब है।
नई दिल्ली, जेएनएन। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के आखिरी टेस्ट मैच यानी सिडनी पर पूरी दुनिया की निगाहें टिकी है जहां भारतीय टीम इतिहास रचने के मुहाने पर खड़ी है। भारतीय टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में ऐसा पहली बार होगा जब टीम इंडिया ऑस्ट्रेलिया में किसी टेस्ट सीरीज में मेजबान टीम को हराएगी। इसके लिए भारतीय टीम को ये मैच जीतना होगा या फिर ड्रॉ कराना होगा यानी हार की स्थिति में इतिहास तो नहीं बन पाएगा। जाहिर है विराट की कप्तानी में टीम इंडिया पुराने इतिहास को जरूर बदलना चाहेगी। वैसे पिछले टेस्ट मैचों पर नजर डालें तो सिडनी में भारतीय टीम का रिकॉर्ड तो काफी खराब है।
सिडनी में 40 वर्षों से भारत को है जीत का इंतजार
सिडनी में भारत ने मेजबान टीम को आखिरी बार वर्ष 1978 यानी 40 वर्ष पहले हराया था। इसके बाद से दोनों देशों के बीच इस मैदान पर अब तक कुल आठ टेस्ट मैच खेले गए हैं जिसमें चार में भारत को हार मिली थी और चार मैच ड्रॉ रहे थे। यानी टीम इंडिया को जीत यहां जीत के लिए पिछले 40 वर्षों से इंतजार ही कर रही है। पिछले दौरे पर भी दोनों देशों के बीच खेला गया टेस्ट मैच ड्रॉ पर ही खत्म हुआ था। यानी इतिहास की मानें तो ये डराती ही है। वैसे भारतीय टीम को जब यहां 1978 में जीत मिली थी तो उसने कंगारू टीम को पारी और दो रन से हराया था।
खास थी टीम इंडिया की जीत
सिडनी में पहला टेस्ट मैच दोनों देशों के बीच वर्ष 1947 में खेला गया था और ये मैच ड्रॉ रहा था। इसके बाद वर्ष 1968 में दोनों टीमों के बीच यहां दूसरा टेस्ट मैच खेला गया जिसे कंगारू टीम ने 144 रन के अंतर से जीता था। इसके बाद वर्ष 1978 में दोनों देशों के बीच यहां खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने शानदार जीत दर्ज करते हुए ऑस्ट्रेलिया को पारी व दो रन से हराया था। इसके बाद टीम इंडिया को यहां जीत नहीं मिली। सिडनी पर खेले गए सभी टेस्ट मैचों की बात करें तो यहां पर दोनों टीमों के बीच अब तक कुल 11 टेस्ट खेले गए हैं जिसमें पांच मैचों में कंगारू टीम को जबकि सिर्फ एक मैच में भारत को जीत मिली थी। चार टेस्ट मैच यहां ड्रॉ रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया ने इस मैदान पर कुल 106 टेस्ट मैच खेले हैं। उसने इनमें से 59 मैच जीते हैं जबकि 28 मैचों में उसे हार मिली।