आलोचकों पर आगबबूला हुए चीफ सलेक्टर, टीम इंडिया के इन खिलाड़ियों को लेकर कही ये बात
टीम इंडिया के चीफ सलेक्टर MSK प्रसाद आलोचकों पर आगबबूला हुए हैं। एमएसके प्रसाद ने कहा है कि हमारा विजन एकदम साफ है।
नई दिल्ली, पीटीआइ। टीम इंडिया के मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने हाल ही में एक बड़ा इंटरव्यू दिया है।इसी इंटरव्यू के पहले भाग में मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने सलेक्शन कमेटी पर सवाल उठाने वालों को जवाब दिया था। बुधवार को इस इंटरव्यू का दूसरा भाग भी पीटीआइ ने जारी कर दिया है, जिसमें एमएसके प्रसाद ने कहा है कि अगर सलेक्शन कमेटी की विजन यानी दृष्टिकोण अच्छा नहीं होता तो जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पांड्या जैसे खिलाड़ी टेस्ट क्रिकेट नहीं खेल रहे होते।
एमएसके प्रसाद ने बताया है कि जसप्रीत बुमराह और हार्दिक पांड्या टी20 स्पेशलिस्ट थे। इसके अलावा कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल जैसे दो कलाई के स्पिनर और इस टीम में महेंद्र सिंह धौनी की भूमिका को इसी सलेक्शन कमेटी ने बनाया है।
सलेक्शन कमेटी के सदस्य के लिए क्या गुण होने चाहिए? इस सवाल के जवाब में चीफ सलेक्टर एमएसके प्रसाद ने कहा है, "मैं निजी तौर पर इस बात को महसूस करता हूं कि "मैचों की खेलने की संख्या के अलावा ईमानदारी, प्रतिबद्धता, अखंडता और गोपनीयता एक सलेक्शन कमेटी के सदस्य के जरूरी है और ये हम सभी में हैं।
वहीं, दृष्टिकोण की कमी वाले सवाल पर एमएसके प्रसाद ने कहा, "मैं आपको तमाम आंकड़े गिना सकता हूं। अगर ये सलेक्शन कमेटी का विजन खराब होता तो कैसे जसप्रीत बुमराह टी20 से वनडे और वनडे से टेस्ट मैच खेलकर नंबर वन बोलर बन जाते। ऐसा ही ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या के साथ है। जब लिमिटेड ओवर में आर अश्विन और रवींद्र जड़ेजा अच्छा कर रहे थे और उनकी जगह कुलदीप और चहल को लाया गया। ये भी हमारा ही फैसला था।
सबसे बड़ा उदाहरण रिषभ पंत हैं, जो टी20 क्रिकेट के अच्छे खिलाड़ी कहे जाते हैं, लेकिन उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया है। अगर ये विजन की कमी है तो मयंक अग्रवाल हनुमा विहारी, नवदीप सैनी और खलील अहमद जैसे खिलाड़ियों को किसने खोजा। हमने इंडिया ए के जरिए कई खिलाड़ियों को सीनियर टीम में भेजा है और उन्होंने अच्छा प्रदर्शन किया है, जिसमें राहुल द्रविड़ और रवि शास्त्री का भी योगदान है।
वहीं, टीम में धौनी की भूमिका को लेकर एमएसके प्रसाद ने कहा है, "वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइनल में हम जीत जाते तो इसमें सबसे बड़ा योगदान धौनी और जडेजा का होता जिन्होंने टॉप ऑर्डर और मिडल ऑर्डर के ठप हो जाने के बाद टीम को संभाला। मैं स्पष्ट तौर पर कह सकता हूं कि एमएस धौनी आज भी शॉर्ट फॉर्मेट में सबसे अच्छे फिनिशर और विकेटकीपर हैं। इनके अलावा सभी विकेटकीपर अभी वर्क इन प्रोगेस हैं। एमएस धौनी बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज इस टीम की मजबूत कड़ी हैं।
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