श्रीलंका में जीत के लिए यह बड़ी कुर्बानी दे रही है कोहली की टीम इंडिया
वनडे क्रिकेट का एक और अहम पक्ष छोर बदलते रहना है और यहीं पर भारत ने श्रीलंका पर दबाव बनाया।
(गावस्कर का कॉलम)
पहले वनडे में भारत की आसान जीत से लग सकता है कि वनडे सीरीज का परिणाम भी टेस्ट सीरीज जैसा ही होगा। लेकिन भारतीय खिलाडि़यों को ऐसा तय मानकर नहीं चलना चाहिए। श्रीलंका ने बेहतरीन शुरुआत की थी और 30 ओवर तक उनका स्कोर तीन विकेट पर 160 रन था। वनडे क्रिकेट में अक्सर माना जाता है कि 30 ओवर में आपका जितना स्कोर है, 50 ओवर के बाद उसका दोगुना होना चाहिए। यहीं पर भारतीयों ने मोर्चा जीता और नियमित अंतराल पर विकेट हासिल किए। उन्होंने किसी साझेदारी को बड़ा होने ही नहीं दिया और इसलिए वे मेजबान टीम को 216 के स्कोर पर रोकने में कामयाब रहे। अक्षर पटेल की शानदार गेंदबाजी और लंकाई बल्लेबाजों के खराब शॉट ने इसमें अहम भूमिका निभाई।
वनडे क्रिकेट का एक और अहम पक्ष छोर बदलते रहना है और यहीं पर भारत ने श्रीलंका पर दबाव बनाया। 30 गज के दायरे में उनकी फील्डिंग दुनिया की किसी भी टीम से ज्यादा बेहतर थी और उन्होंने एक भी रन आसानी से नहीं दिया। करीब एक महीने से श्रीलंका में होने के बाद मुझे पता है कि यहां खाना बहुत ही स्वादिष्ट है, लेकिन ऐसा लगता है कि भारतीय खिलाडि़यों ने अपनी डाइट पर अच्छा खासा नियंत्रण रखा हुआ है, जबकि श्रीलंकाई खिलाडि़यों के पेट देखकर लग रहा है कि वे इसका पूरा लुत्फ उठा रहे हैं। ऐसी स्थिति में तेजी से रन के लिए दौड़ना आसान नहीं होता। इस वजह से उन्हें बड़े शॉट पर निर्भर रहना पड़ता है, जो हमेशा जोखिम भरा होता है।
मैं पहले भी कह चुका हूं कि उनकी फील्डिंग काफी अच्छी है, खासतौर से उनके डायरेक्ट हिट। ऐसे ही हिट पर उन्होंने रोहित का विकेट हासिल किया था। अच्छी फील्डिंग से हमेशा ही गेंदबाजी को अतिरिक्त धार मिलती है और लंकाई गेंदबाजों को मैदान से ज्यादा से ज्यादा मदद की जरूरत है। उन्हें बल्लेबाजों से यह भी उम्मीद होगी कि वे बड़ा स्कोर खड़ा करेंगे।
भारतीय बल्लेबाजी क्रम के सामने 300 से कम के स्कोर को बचाना बहुत मुश्किल होगा और लंकाई बल्लेबाजों को उम्मीद होगी कि पिच पर टिकने वाला बल्लेबाज कम से कम शतक तो बनाएगा ही या फिर वे धवन और कोहली जैसा प्रदर्शन करेंगे। अच्छी साझेदारी के दम पर ही कोई टीम बड़ा स्कोर खड़ा कर सकती है। श्रीलंका के पास ऐसे बल्लेबाज हैं जो यह काम कर सकते हैं, लेकिन अगर वे आगे बढ़कर मोर्चा नहीं संभालते हैं, तो सीरीज पर भारत का ही राज रहेगा। (पीएमजी)