सहवाग से अगर ओपनिंग न करवाता तो दुनिया नहीं देख पाती उनका यह रूप: गांगुली
सौरव गांगुली ने कहा कि, अगर मैं वीरेन्द्र सहवाग से ओपनिंग नहीं करवाता तो वो इतने विस्फोटक बल्लेबाज नहीं बन पाते।
नई दिल्ली, जेएनए। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली इन दिनों अपनी किताब ‘ए सेंचुरी इज़ नॉट इनफ’ को लेकर सुर्खियों में बनें हुए हैं। इस किताब के माध्यम से गांगुली ने अपने क्रिकेट करियर के कई ऐसे अनसुलझे प्रश्नों के जवाब दिये हैं जो शायद वो भारतीय क्रिकेट टीम का कप्तान रहते हुए नहीं दे पाते। इस किताब में गांगुली ने अपने करियर के दौरान की सभी कंट्रोवर्सियों का जिक्र किया है।
इसी किताब में अब गांगुली ने पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग को लेकर अब बड़ा बयान दिया है। खबरों के मुताबिक सौरव गांगुली ने कहा कि, अगर मैं वीरेन्द्र सहवाग से ओपनिंग नहीं करवाता तो वो इतने विस्फोटक बल्लेबाज नहीं बन पाते। दुनिया सहवाग के इस रूप को नहीं देख पाती। सहवाग ने अपने करियर की शुरूआत बतौर ओपनर बल्लेबाज नहीं की थी। वो छठें नंबर पर बल्लेबाजी करने आते थे।
साल 2002 में श्रीलंका के खिलाफ कप्तान गांगुली ने प्रयोग के तौर पर सहवाग से ही ओपनिंग करवाई थी, और सहवाग ने गांगुली के इस फैसले को सही साबित किया और विस्फोटक अंदाज में बल्लेबाजी की जिसके बाद सहवाग को कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। इस मैच के बाद सहवाग बतौर ओपनर बल्लेबाज निरंतर आगे ही बढ़ते गये।
गांगुली ने अपनी इस किताब के एक कार्यक्रम के दौरान उसी से जुड़े सवालों के जवाब देते हुए सहवाग का जिक्र किया। गांगुली यह बताना चाह रहे थे कि कई बार अधूरे मन से लिए गए फैसले भी आगे जाकर सही साबित हो जाते हैं, ऐसे में चांस लेने से पीछे नही हटना चाहिए।