शुभमन गिल ने बताया ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की स्लेजिंग का जवाब मैं इस तरह देना चाहता था
शुभमन गिल ने कहा कि कहा कि मैं काफी अच्छी तरह से खेल रहा था और गेंद भी बल्ले पर काफी अच्छी तरह आ रही थी। जब मैंने 90 का स्कोर पार किया तो थोड़ा नर्वस हो गया और खराब शॉट खेलकर आउट हो गया।
नई दिल्ली, प्रेट्र। ऑस्ट्रेलिया में अपनी पदार्पण टेस्ट सीरीज में ही शानदार प्रदर्शन करने वाले युवा बल्लेबाज शुभमन गिल ने कहा कि दिग्गज ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर नाथन लियोन ने उन्हें उकसाने की कोशिश की थी। गिल ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों द्वारा उकसाने के बावजूद वह स्लेजिंग के जाल में नहीं फंसे। उन्होंने किसी भी कंगारू खिलाड़ी को पलटकर जवाब नहीं दिया और अपने बल्ले से रन बनाकर जवाब देना उचित समझा। गिल ने कहा कि नाथन लियोन ने मुझे उकसाने की कोशिश की थी लेकिन मैंने अपना आपा नहीं खोया और बिलकुल शांत रहा। मैं चाहता था कि मेरा बल्ला उनको जवाब दे। भारतीय टीम ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की स्लेजिंग से कभी उत्तेजित नहीं हुई।
गिल ने मुहम्मद सिराज की काफी तारीफ की। उन्होंने कहा कि सिराज पाजी काफी जबरदस्त इंसान हैं। उन्होंने काफी अच्छी गेंदबाजी की और इन सब चीजों का उनके ऊपर कोई असर नहीं पड़ा। अपने पिता के निधन के बावजूद मैदान में उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन दिया, जबकि प्रशंसक उन पर टिप्पणियां कर रहे थे। गिल ने ब्रिसबेन टेस्ट मैच की दूसरी पारी में 91 रनों पर आउट होने को लेकर भी बयान दिया।
उन्होंने कहा कि मैं काफी अच्छी तरह से खेल रहा था और गेंद भी बल्ले पर काफी अच्छी तरह आ रही थी। जब मैंने 90 का स्कोर पार किया तो थोड़ा नर्वस हो गया और खराब शॉट खेलकर आउट हो गया। उस तरह से आउट होने के बाद मैं काफी निराश था। जीत के अलावा अगर मैं अपने देश के लिए शतक भी बना देता तो यह और भी अच्छी बात हो जाती।
आपको बता दें कि शुभमन गिल ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों में दो अर्धशतक की मदद से 259 रन बनाए थे। उन्होंने एक बार 91 रन की पारी भी खेली थी। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय टीम इंडिया के पूर्व बल्लेबाज युवराज सिंह को दिया था। उन्होंने बताया था, कि युवराज ने उन्हें अलग-अलग तरीके से 100 से भी ज्यादा बाउंसर गेंदें फेंकी थी जिस पर मैंने अभ्यास किया था और मुझे इसका फायदा हूआ। गिल को इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए टीम इंडिया में जगह मिली है।