श्रेयस अय्यर के पिता को हो गई थी चिंता, खेल पर ध्यान नहीं, कहीं प्यार का मामला तो नहीं
मैं सोच में पड़ गया था कि कही ये प्यार में नहीं पड़ गया या किसी बुरा आदत रखने वाले लोगों के साथ तो नहीं मिलजुल रहा।
मुंबई, आईएएनएस। कोरोना वायरस के लगाकार बढ़ रहे संक्रमण की वजह से भारतीय खिलाड़ियों को मजबूरी में ब्रेक लेना पड़ा है। इस महामारी पर नियंत्रण करने के लिए भारत सरकार ने पूरे देश में 21 दिन का लॉकडाउन लगाया गया है। इन दिनों टीम इंडिया के ज्यादातर खिलाड़ी सोशल मीडिया पर अपने चाहने वालों से जुड़ रहे हैं।
भारतीय क्रिकेट टीम में चौथे नंबर की मुश्किल को हल करने वाले श्रेयस अय्यर के पिता संतोष ने कई राज खोले हैं। अय्यर के पिता ने क्रिसबज के एक शो पिच स्पाइस पर बताया कि श्रेयस महज चार साल की उम्र में भी गेंद को बल्ले को बीचों बीच शॉट लगाते थे।
"जब श्रेयस महज चार साल की उम्र के थे उस वक्त भी गेंद को बल्ले के बीचों बीच मारते थे। हम प्लास्टिक की गेद से घर पर क्रिकेट खेला करते थे। उस वक्त भी वो शॉट्स को ऐसे बल्ले के बीचों बीच लगाते थे जैसे माने मुझे इस बात से पूरी तरह से मनवाते थे कि इस बच्चे में काफी टैलेंट है। इसी वजह से हमने अपनी क्षमता के मुताबिक वो सबकुछ किया जिससे की यह अपने टैलेंट के हिसाब से सबकुछ पूरा कर सके।"
श्रेयस के पिता ने यह भी बता कि उनको कैसे चिंता हो गई थी कि वो कहीं क्रिकेट करियर को छोड़कर लड़की के प्यार में नहीं पड़ गया या किसी बुरी संगत में ना चला गया। श्रेसस को अंडर 16 की उम्र में कोचिंग देने वाले उनके कोच ने जब पिता से कहा था कि उनका ध्यान भटका रहा है।
"जब एक कोच ने मुझे बताया कि आपके बच्चे में काफी टैलेंट है लेकिन इसे काफी ध्यान लगाने की जरूरत है। यह सुनने के बाद मैं थोड़ा चिंतित हो गया था मैं सोच में पड़ गया था कि कही ये प्यार में नहीं पड़ गया या किसी बुरा आदत रखने वाले लोगों के साथ तो नहीं मिलजुल रहा।"