11 साल पहले दी थी चेतावनी, सबने कहा- ये शोएब अख्तर की बात पर क्या ध्यान देना
Shoaib Akhtar says warnes applying saliva on ball अख्तर ने गेंद को चमकाने के लिए खिलाड़ियों द्वारा उपयोग किए जाने वाले थूक पसीना या लारवा पर आपत्ति जताई थी।
नई दिल्ली, जेएनएन। पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने यह दावा किया है कि आज जिस बात पर आईसीसी विचार कर रही है वो उन्होंने 11 साल पहले ही बता दी थी। अख्तर ने गेंद को चमकाने के लिए खिलाड़ियों द्वारा उपयोग किए जाने वाले थूक, पसीना या लारवा पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने कहा कि इससे एक खिलाड़ी की बीमारी दूसरों को हो सकती है और यह बेहद खतरनाक है।
क्रिकेट बॉल पर आप थूक नहीं लगा सकते और ये जो मैंने मुद्दा उठाया था आज से तकरीबन 10-11 साल पहले जब मैंने एक मीटिंग में नाम नहीं बताता क्रिकेट बोर्ड का और ना कुछ कहूंगा। मैंने उनसे कहा, "हम जो बॉल शेयर करते हैं बहुत सारे क्रिकेटर्स हम मुंह से थूक लगाते हैं बॉल का शाइन करने के लिए वही बॉल से थूक दूसरे बॉलर के मुंह में जाता है। वहीं तीसरे बॉलर के पास जाता है, स्पिनर्स को जाता है, हाथ में जाता है, फिल्डर्स के साथ में जाता है।"
11 साल पहले मेरा मजाक बनाया गया था
"इस तरह अगर किसी को कोई मुंह की बीमारी है तो वो फैल सकती है। वो मैंने तब कहा था जब बर्ड फ्लू आया, जब सार्स आया था। मैंने ये एक मुद्दा उठाया तो सभी ने हंस कर कहा था, छोड़ो जी वो शोएब अख्तर है उसकी क्या बात सुननी है। मेरी बात उन्होंने टाल दी। आज मैंने खबर पढ़ी आईसीसी ने कहा, अब गेंदबाज अपनी थूक गेंद के उपर यूज नहीं कर सकते। और यह किस वजह से बोला गया कोरोना वायरस को लेकर। कोरोना फैलने वाली बीमारी है और थूक से यह फैल सकता है यह नियम बनने वाला है।"
नियम आने के बाद क्या होगा विकल्प
"जब ऐसा नियम बन जाएगा कि गेंद को थूक से नहीं चमकाना तो क्या करेंगे आप कैसे चमकाएंगे इसे। हर एक खिलाड़ी या गेंदबाज के पॉकेट में ग्लिस्लीन हो या कोई ऐसा प्रदार्थ हो जिसकी वजह से आप मुंह पर हाथ लगाए बगैर गेंद को चमका सकें। लेकिन सवाल है कि क्या आप पसाना यूज कर पाएंगे। क्रिकेट खेलते समय आप मुंह पर हाथ मारते हैं या पसीना पोछते हैं तो इन सब पर ध्यान रखना होगा।"