आमिर के संन्यास पर बोले शोएब अख्तर, मेरे साथ भी 2011 विश्व कप में पीसीबी ने ऐसा ही किया था
Mohammad Amir retirement शोएब अख्तर ने कहा मैं यह बात खुले तौर पर कहता हूं 2011 के विश्व कप में मेरे साथ भी अच्छी तरह से बर्ताव नहीं किया गया था। अफरीदी नहीं लेकिन बाकी मैनेजमेंट के सभी लोगों के द्वारा।
नई दिल्ली, जेएनएन। पाकिस्तान क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने महज 28 साल की उम्र में ही इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। उन्होंने पाकिस्तान के टीम मैनेजमेंट पर उनको मानसिक तौर पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया और कहा वह ऐसे माहौल में नहीं खेल पाएंगे। पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने आमिर का बचाव किया है और कहा उनके साथ भी 2011 विश्व कप के दौरान ऐसा ही कुछ हुआ था।
अख्तर ने अपने यू ट्यूब चैनल पर कहा, मानसिक तौर पर खिलाड़ियों को कमजोर किया जाता है यह बिल्कुल सही है। मैं यह बात खुले तौर पर कहता हूं मुझे भी साल 2000 में अगर किसी को यकीन ना हो तो हफीज से पूछना मिस्बाह वो सारे थे उस वक्त टीम में। 2011 के विश्व कप में मेरे साथ भी अच्छी तरह से बर्ताव नहीं किया गया था। अफरीदी नहीं लेकिन बाकी मैनेजमेंट के सभी लोगों के द्वारा।
यह बात मैं खुले तौर पर कह रहा हूं लेकिन मुझे बहुत तंग किया गया काफी परेशानी में डाला गया। मैंने तब इसकी परवाह नहीं की क्योंकि मैं तो संन्यास ले चुका था। मैंने उनको साफ किया देखिए मेरे पास बस दो मैच बचे हैं। अगर आपको खिलाना है तो ठीक नहीं खिलाना है तो भी कोई बात नहीं। मेरे पास यही 20 ओवर रह गए हैं। अगर मौका दिया तो मैं भारत के खिलाफ जी जान लगा दूंगा।
आमिर ने भागने का रास्ता चुना, उनको ऐसी गेंदबाजी करना चाहिए थी कि मैनेजमेंट टीम से बाहर ना कर पाए। उनके सामने खड़े होना चाहिए था, आमिर को लड़ना चाहिए था। अगर उन्होंने ऐसा नहीं किया तो यह गलत है। यह गेंदबाज बहुत ही शानदार है इसे मुझे कुछ दिन के लिए दे दीजिए आपको यह 150 से उपर की रफ्तार से गेंदबाजी करता हुआ नजर आएगा। इस गेंदबाज को ऐसे जाने नहीं देना चाहिए, काम आ सकता है।