शाकिब ने किया खुलासा, ICC मेरे उपर 10 साल का प्रतिबंध लगा देता, एक वजह से बच गया
पिछले साल अक्टूबर में भारत दौरे से पहले शाकिब पर आईसीसी ने दो साल का प्रतिबंध लगाया था जिसमें से एक साल का उनके सहयोग के लिए निलंबित कर दिया गया था।
नई दिल्ली, जेएनएन। बांग्लादेश के पूर्व कप्तान शाकिब अल हसन पर इस वक्त इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने क्रिकेट खेलने पर पाबंदी लगा रखी है। शाकिब ने उनके उपर लगाए गए प्रतिबंध पर पहली बार खुलकर बोला है। उन्होंने मैच फिक्सिंग के लिए संपर्क किए जाने पर आईसीसी को जानकारी नहीं दी थी। शाकिब ने माना कि उनपर 5 से 10 साल का प्रतिबंध लग सकता था लेकिन बच गए।
पिछले साल अक्टूबर में भारत के बांग्लादेश दौरे से पहले शाकिब के उपर आईसीसी ने दो साल का प्रतिबंध लगाया था जिसमें से एक साल का उनके सहयोग के लिए निलंबित कर दिया गया था। इस साल 29 अक्टूबर को उनका प्रतिबंध खत्म हो रहा है जिसके बाद वह इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी कर पाएंगे।
इंडियन प्रीमियर लीग के एक टूर्नामेंट के दौरान कथित भारतीय सट्टेबाज दीपक अग्रवाल के भ्रष्ट संपर्क करने की जानकारी नहीं देने पर उन्हें प्रतिबंधित किया गया था। शाकिब ने हर्षा भोगले से कहा, जब मैं भ्रष्टाचार रोधी अधिकारी से मिला तो मैंने संपर्क करने की घटना को काफी हल्के में लिया और उन्हें बता दिया और उन्हें सब पता है। उन्हें सभी साक्ष्य दिए और जो हुआ उन्हें सब पता है।"
मेरे उपर 10 साल का प्रतिबंध लग सकता था
"मैंने उनको सभी सबूत दे दिए और हर एक चीज बता दी जो कुछ भी हुआ था। ईमानदारी से कहूं तो यही एक वजह रही जिसके लिए उन्होंने मुझे एक साल का प्रतिबंध लगा। अगर ऐसा नहीं होता तो शायद मेरे उपर उन्होंने 5 या 10 साल का प्रतिबंध लगाया होता।"
"मुझे लगता है कि यह एक मूर्खतापूर्ण गलती थी जो मैंने कर दी क्योंकि जितना मेरे पास अनुभव है और जितने सारे इंटरनेशनल मैच मैंने खेले हैं और आईसीसी एंटी करप्शन कोड ऑफ कंडक्ट के जितने सारे केस देखे हैं। ईमानदारी से तो मुझे ऐसा फैसला (फिक्सिंग के लिए संपर्क के बारे में जानकारी ना देना) कभी भी नहीं करना चाहिए था।"