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पाकिस्तान खिलाड़ी का छलका दर्द, बोले- मैं कप्तान था, लेकिन टीम से बाहर कर दिया

पाकिस्तान के विकेटकीपर बल्लेबाज सरफराज अहमद ने कहा है कि मैं टीम का कप्तान था और नियमित सदस्य था फिर भी टीम से बाहर कर दिया।

By Vikash GaurEdited By: Published: Sun, 14 Jun 2020 10:12 AM (IST)Updated: Sun, 14 Jun 2020 11:32 AM (IST)
पाकिस्तान खिलाड़ी का छलका दर्द, बोले- मैं कप्तान था, लेकिन टीम से बाहर कर दिया
पाकिस्तान खिलाड़ी का छलका दर्द, बोले- मैं कप्तान था, लेकिन टीम से बाहर कर दिया

कराची, एएनआइ। पाकिस्तान टीम को साल 2017 में आइसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जिताने वाले कप्तान और विकेटकीपर बल्लेबाज सरफराज अहमद ने कहा है कि उनको पिछले साल पाकिस्तान की टीम से ड्रॉप कर दिया था। अब दोबारा से टीम में चुने जाने के बाद सरफराज अहमद ने कहा है कि उनके लिए इस तथ्य को आत्मसात करना कठिन था कि उन्हें पिछले साल पाकिस्तान की टीम से निकाल दिया गया है। सरफराज का ये बयान इंग्लैंड दौरे के लिए चुनी गई 29 सदस्यीय टीम में नाम आने के बाद सामने आया है।

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ईएसपीएन क्रिकइंफो ने सरफराज अहमद के हवाले से कहा है, "स्पष्ट रूप से इस तथ्य को आत्मसात करना कठिन था कि मैं पाकिस्तान टीम का कप्तान होने के साथ-साथ एक नियमित सदस्य भी था और फिर अचानक, मैं कहीं नहीं हूं। आप परेशान हो जाते हैं, लेकिन मैं वास्तव में इस पर बहुत ज्यादा ध्यान नहीं दे सकता था, क्योंकि मैं भाग्यशाली था कि मैंने वहां घरेलू क्रिकेट खेला और फिर पीएसएल में आया।" एक विकेटकीपर के तौर पर सरफराज अहमद को पाकिस्तान की टीम में फिर से जगह मिल गई है।

उन्होंने कहा है, "इसलिए मैं अधिकांश समय व्यस्त रहा। फिर पिछले तीन महीनों में इस खाली समय में क्वारंटाइन में मुझे किसी भी अपेक्षित अवसर के लिए तैयार होने के लिए अपनी फिटनेस को प्रतिबिंबित करने और सुधारने का समय मिला।" मोहम्मद रिजवान के बाद अहमद अब पाकिस्तान टीम के दूसरे विकेटकीपर के तौर पर चुने गए हैं। पिछसे साल अक्टूबर में उनसे कप्तानी छीनी गई थी और मोहम्मद रिजवान को उनकी जगह पाकिस्तान के लिए तीनों फॉर्मेट में खेलने का मौका मिला था।

इतना ही नहीं, इस साल सरफराज अहमद को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने अपने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की सूची से ए कैटेगरी से बी कैटेगरी में डिमोट कर दिया है। पाकिस्तान की नेशनल टीम से ड्रॉप होने के बाद सरफराज ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट खेली और एक शतक के साथ 48.57 के औसत से 340 रन बनाए। सरफराज ने कहा है, "जब आप किसी भी प्रारूप में टीम के कप्तान होते हैं, तो यह निश्चित रूप से आप पर बहुत दबाव डालता है और यही कारण है कि यह एक बड़ी जिम्मेदारी है।"

उन्होंने आगे कहा है, "जब आप बिना ब्रेक के, बिना रुके क्रिकेट खेल रहे थे, तब इस तरह के ब्रेक वास्तव में आपकी मदद करते हैं। मैं मिस्बाह भाई से बात कर रहा हूं और वह मुझसे आग्रह कर रहे थे कि इस समय का उपयोग अपनी फिटनेस को बेहतर बनाने के लिए करूं और जो मैं गलत कर रहा हूं, उस पर चिंतन करूं कि इसे कैसे सुधारा जा सकता है। जब आप कप्तान होते हैं तो आपको एक खिलाड़ी और एक टीम के बारे में सोचना होता है। आपका मुख्य फोस टीम के नतीजे पर होना चाहिए।"


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