संदीप पाटिल ने चार दिन के टेस्ट मैच के विचार को बकवास करार दिया, बॉथम ने भी किया विरोध
संदीप पाटिल ने चार दिन के टेस्ट मैच के विचार को बकवास करार दिया। इयान बॉथम ने भी टेस्ट के प्रारूप से छेड़छाड़ नहीं करने की अपील की।
मुंबई, प्रेट्र। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज संदीप पाटिल ने टेस्ट मैच को चार दिन का किए जाने का विरोध किया है। उनका मानना है कि पांच दिन का टेस्ट मैच एक व्यक्ति के जज्बे की परीक्षा लेता है। चार दिन के टेस्ट मैच के आयोजन पर उन्होंने सबसे पहले अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि ये बकवास है और ऐसा नहीं होना चाहिए।
वर्ष 1983 विश्व कप विजेता भारतीय टीम का हिस्सा रहे पाटिल ने कहा कि मैं पुराने विचारों का हूं और सचिन तेंदुलकर ने जैसे इसके बारे में बताया है की पांच दिवसीय टेस्ट का पहला दिन मध्यम गति के गेंदबाजों का होता है और टेस्ट क्रिकेट आपके जज्बे की परीक्षा लेता है। आप उस जज्बे और उन परीक्षाओं को छीन रहे हो। पाटिल 1980 से 1984 तक 29 टेस्ट मैचों का हिस्सा रहे थे।
उन्होंने कहा कि इसे टेस्ट क्यों कहा जाता है क्योंकि इससे एक व्यक्ति की परीक्षा होती है। एक क्रिकेटर को पहले दिन इम्तिहान के लिये रखा जाता है और यह अंतिम दिन तक चलता है। जब विकेट टूटा होता है तो टर्न लेता है तो आपको स्पिनरों का सामना करना पड़ता है।
वहीं दूसरी तरफ महान ऑलराउंडर इयान बॉथम ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दूसरे टेस्ट के पांचवें दिन अंतिम घंटे में इंग्लैंड की रोमांचक जीत के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद से अपील की है कि टेस्ट क्रिकेट को अकेला छोड़ दें। आइसीसी की क्रिकेट समिति 1877 से चले आ रहे पांच दिवसीय प्रारूप की जगह चार दिवसीय टेस्ट कराने के प्रस्ताव पर चर्चा करेगी। पिछले 143 वर्ष से टेस्ट क्रिकेट पांच दिवसीय प्रारूप में ही खेला जा रहा है। यह प्रस्ताव 2023 से 2031 के नए सीजन के लिए दिया गया है। आपको बता दें कि कई पूर्व दिग्गज जैसे कि सचिन, गौतम गंभीर, ग्लेन मैक्ग्रा आदि टेस्ट को चार दिन किए जाने के प्रस्ताव का विरोध कर चुके हैं।