जब Sachin ने निभाया पिता से किया वादा, विज्ञापन कंपनी को लौटा दिया था खाली चेक; कभी नहीं किया तंबाकू का प्रचार
विश्व तंबाकू दिवस के अवसर पर भारत के पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एक घटना साझा की। सचिन बताया कि कैसे उन्होंने अपने पिता से किए गए एक वादे के कारण एक तंबाकू कंपनी से एक खाली चेक को अस्वीकार कर दिया।
नई दिल्ली, स्पोर्स्टस डेस्क। सचिन तेंदुलकर को यूं ही क्रिकेट का भगवान नहीं कहा जाता। सचिन ने अपने खेल और व्यवहार से लोगों के दिलों में खास जगह बनाई है। सचिन एक बार जो कमिटमेंट कर लेते तो उसे पूरा करने के लिए जी तोड़ मेहनत करते हैं। ऐसा ही एक वादा अपने पिता से किया था, जिसे आज तक सचिन निभा रहे हैं। सचिन ने World No Tobacco Day के दिन एक कार्यक्रम में इसका खुलासा किया।
गौरतलब हो कि कपिल देव, सुनील गावस्कर, वीरेंद्र सहवाग और क्रिस गेल सहित कई खिलाड़ियों को तंबाकू से संबंधित उत्पादों का प्रचार करते देखा जा सकता हैं। 'विश्व तंबाकू दिवस' के अवसर पर भारत के पूर्व क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर ने एक सार्वजनिक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एक घटना साझा की। सचिन ने बताया कि कैसे उन्होंने अपने पिता से किए गए एक वादे के कारण एक तंबाकू कंपनी से मिले एक खाली चेक को अस्वीकार कर दिया था।
कभी नहीं किया तंबाकू का विज्ञापन
सचिन तेंदुलकर ने महाराष्ट्र में आयोजित एक सार्वजनिक कार्यक्रम में कहा, "जब मैंने भारत के लिए खेलना शुरू किया, तब मैं स्कूल से बाहर था। मुझे कई विज्ञापन के प्रस्ताव मिलने लगे, लेकिन मेरे पिता ने मुझे कभी भी तंबाकू उत्पादों का विज्ञापन नहीं करने के लिए कहा। मुझे ऐसे कई प्रस्ताव मिले, लेकिन मैंने कभी स्वीकार नहीं किया।"
Say no to tobacco @sachin_rt denied Rs 20 cr deal (for a year) in 2010 because he made a promise to his father.#SayNoToTobacco #SachinTendulkar #AntiTobaccoDay pic.twitter.com/eUdq2YoJEi— Nitin jain(Sachinsuperfan) (@NitinSachinist) May 31, 2023
ठुकरा दिया था कंट्रैक्ट
इस कार्यक्रम में आगे बोलते हुए सचिन तेंदुलकर ने अपने पिता से किए गए एक वादे के बारे में बताया। "यह एक वादा था जो मैंने अपने पिता से किया था। उन्होंने मुझसे कहा था कि मैं एक रोल मॉडल हूं और बहुत से लोग मेरे काम का अनुसरण करेंगे। इसलिए मैंने कभी भी तंबाकू उत्पादों या शराब का समर्थन नहीं किया। 1990 के दशक में, मेरे पास स्टिकर नहीं था मेरे बल्ले पर, मेरे पास कोई अनुबंध नहीं था, लेकिन टीम में हर कोई विशेष रूप से दो ब्रांडों- विल्स और फोर स्क्वायर का समर्थन कर रहा था।"
कभी नहीं तोड़ा पिता से किया वादा
सचिन ने आगे कहा, "मैंने इन ब्रांडों का समर्थन न करके अपने पिता से अपना वादा नहीं तोड़ा। मुझे उनके बल्ले पर उनका स्टिकर लगाकर उनके ब्रांड को बढ़ावा देने के कई प्रस्ताव मिले, लेकिन मैं वह सब प्रचार नहीं करना चाहता था। मैं इन दोनों चीजों से दूर रहा। मैंने अपने पिता से अपना वादा कभी नहीं तोड़ा।"