सचिन और ब्रेट ली ने की क्रिकेट कमेटी की सिफारिश पर चर्चा, दो बड़े बदलाव का सुझाव
सचिन ने ब्रेट ली से कहा कि आइसीसी एक टेस्ट पारी में 50 ओवरों के बाद दूसरी नई गेंद का इस्तेमाल करने के बारे में सोच सकती है।
नई दिल्ली, आइएएनएस। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आइसीसी) कोरोना वायरस खतरे के कारण गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगाने जा रही है। अनिल कुंबले की अध्यक्षता वाली कमेटी की सिफारिश के बाद से ही गेंदबाजों की तरफ से इस पर लगातार प्रतिक्रियाएं आ रही है। ऑस्ट्रेलिया, भारत, न्यूजीलैंड और पाकिस्तान तक के दिग्गजों ने गेंद पर लार लगाकर चमकाने पर पाबंदी लगाने पर अपने विचार दिए हैं।
मंगलवार को दो पूर्व दिग्गज भारतीय बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर और ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने भी इस बात पर चर्चा की कि कोविड-19 के बीच लार के प्रतिबंध का क्रिकेट पर क्या असर पड़ेगा, खासकर टेस्ट में। इस खेल को गेंदबाज और बल्लेबाज दोनों के लिए बराबर बनाने के लिए आईसीसी क्या उपाय कर सकती है इसके लिए दोनों ने अपने सुझाव भी दिए।
100 एमबी साइट पर एक वीडियो पोस्ट की गई है, जिसमें सचिन ने ब्रेट ली से कहा कि आइसीसी एक टेस्ट पारी में 50 ओवरों के बाद दूसरी नई गेंद का इस्तेमाल करने के बारे में सोच सकती है। अभी 80 ओवर के बाद गेंद बदली जाती है।
सचिन का मानना है कि ठंडे मौसम में जब खिलाड़ी ज्यादा पसीना नहीं बहाते हैं, तो गेंद को चमकाना ज्यादा मुश्किल हो जाएगा और गेंदबाजों के लिए ज्यादा नुकसानदेह होगा। उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि गेंद को चमकाने के लिए लार की गैर मौजूदगी में प्रत्येक पारी में कुछ निश्चित मात्रा में मोम का इस्तेमाल करने की इजाजत दी जानी चाहिए।
गौरतलब है भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी ने भी गेंद पर लार लगाने की पाबंदी से चिंता जताई है। बुमराह का कहना था वो इस बात को विकेट हासिल करने के बाद खिलाड़ियों के हाथ मिलाने से भी ज्यादा मिस करेंगे। उनका कहना था कि आईसीसी को गेंद चमकाने के लिए लार की जगह किसी और चीज को विकल्प तलाशना चाहिए। वहीं शमी ने कहा कि वह गेंद को अब भी रिवर्स स्विंग करा सकते हैं बस गेंद में चमक होनी चाहिए।