पूर्व भारतीय कोचिंग स्टाफ का खुलासा, जब रिषभ पंत ने कर दिया था अपनी बल्लेबाजी सेशन का बलिदान
श्रीधर ने कहा उन्होंने एक विकेटकीपर के तौर पर बहुत ही तेजी से सुधार किया है। उन्होंने जिस तरह से विकेटकीपिंग में सुधार करने के लिए जिस तरह के काम किया है वो कमाल रहा। मैं भाग्यशाली है कि उनकी इस यात्रा का हिस्सा रहा
नई दिल्ली, ऑनलाइन डेस्क। भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज रिषभ पंत ने टेस्ट और वनडे में शानदार खेल दिखाकर वापसी की है। एक वक्त पर टीम से बाहर हो चुके इस युवा ने जी तोड़ मेहनत करते हुए अपनी जगह को टी20 विश्व कप में भी पक्की की। पूर्व फील्डिंग कोच आर श्रीधर ने इस बारे में बात की है। उन्होंने बताया विकेटकीपिंग में सुधार करने के लिए बल्लेबाजी सेशन तक को छोड़ दिया था।
श्रीधर ने cricket.com से कहा, "उन्होंने एक विकेटकीपर के तौर पर बहुत ही तेजी से सुधार किया है। उन्होंने जिस तरह से विकेटकीपिंग में सुधार करने के लिए जिस तरह के काम किया है वो कमाल रहा। मैं भाग्यशाली है कि उनकी इस यात्रा का हिस्सा रहा और उनको एक विकेटकीपर के तौर पर बेहतर होते देखा। खासकर जिस तरह से उन्होंने उप महाद्वीप में अपनी विकेटकीपिंग में सुधार किया।"
टर्निंग ट्रैक पर विकेटकीपिंग में किया सुधार
"उनकी विकेटकीपिंग की क्षमता हमेशा ही सवालों के घेरे में रही, खासकर टर्निंग ट्रैक पर जैसी विकेटकीपिंग किया करते थे। कोविड आया था और इस दौरान उन्होंने घर पर बेहद कड़ी मेहनत की थी। वह आइपीएल खेलने उतरे और उनका यह सीजन बिल्कुल भी अच्छा नहीं गया, भारतीय टीम में केएल राहुल ने बतौर विकेटकीपर उनकी जगह ले ली। यह उनके करियर में सबसे अहम बदलाव के तौर पर याद रखा जाएगा क्योंकि पंत को इन सब चीजों ने ज्यादा से ज्यादा मेहनत करने की तरफ मोड़ा। इस मुश्किल पड़ाव पर उन्होंने अपने आप को और बेहतर किया।"
विकेटकीपिंग में सुधार के लिए बल्लेबाजी सेशन छोड़ा
"उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के दौरे के लिए कड़ी बेहद कड़ी मेहनत की। यह यकीनन बहुत ही बेहतरीन था। उन्होंने अपने बल्लेबाजी सेशन को विकेटकीपिंग बेहतर करने के लिए छोड़ा। नए दौर की क्रिकेट में मैंने ऐसा करते किसी को भी नहीं देखा। उन्होंने ऐसा किया। उन्होंने फुटवर्क और ग्लब वर्क को बेहतर करने के लिए ड्रिल पर ड्रिल किया, रिएक्शन और हैंड आइ को ऑर्डिनेशन की क्षमता पर काम किया। मैं तो इसके उपर एक किताब लिख सकता हूं। उन्होंने वाकई बहुत ही कड़ी मेहनत की है।"