सब्र रखिए जनाब आईसीसी ट्रॉफी की होगी बारिश, Messi और Sachin का उदाहरण देकर बड़ी बात समझा गए Ravi Shastri
Ravi Shastri ICC Trophy Team India भारत के आईसीसी टूर्नामेंट में लचर प्रदर्शन को लेकर रवि शास्त्री का बयान सामने आया है। शास्त्री का कहना है कि सचिन तेंदुलकर को भी एक आईसीसी ट्रॉफी को जीतने में 24 साल लगे।
नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क। भारतीय टीम आईसीसी ट्रॉफी का सूखा पिछले 10 साल से खत्म करने में नाकाम रही है। टीम इंडिया फाइनल या सेमीफाइनल तक तो पहुंचती है, लेकिन आखिर में बाजी हाथ से निकल जाती है। यही वजह है कि रोहित की सेना इन दिनों आलोचकों के निशाने पर भी है।
ऑस्ट्रेलिया को बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में पटखनी देकर भारत को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल का टिकट मिल चुका है और टीम के पास दामन पर लगे इस दाग को धोने का एकबार फिर सुनहरा मौका है। इस बीच, पूर्व हेड कोच रह चुके रवि शास्त्री का आईसीसी टूर्नामेंट में हो रही टीम इंडिया की फजीहत को लेकर बड़ा बयान सामने आया है।
सचिन को भी लगे वर्ल्ड कप जीतने में 24 साल
रवि शास्त्री का कहना है कि सचिन तेंदुलकर को भी एक वर्ल्ड कप जीतने के लिए छह विश्व कप खेलने पड़े थे। स्पोर्ट्स यारी के साथ बातचीत करते हुए पूर्व क्रिकेटर ने कहा, "मुझे लगता है कि टीम इंडिया का आईसीसी ट्रॉफी जीतना बाकी है। उन्होंने निरंतर अच्छा प्रदर्शन करके दिखाया है, वह लगभग हर बार फाइनल या सेमीफाइनल तक पहुंचने में सफल रहे हैं। आप सचिन तेंदुलकर को देखिए। उनको एक आईसीसी ट्रॉफी जीतने के लिए छह वर्ल्ड कप खेलने पड़े। छह विश्व कप का मतलब है कि 24 साल और वह आखिरी वर्ल्ड कप में जाकर जीते।"
शास्त्री ने दिया मेसी का भी उदाहरण
शास्त्री ने मेसी का भी उदाहरण दिया और कहा कि उन्हें भी वर्ल्ड कप जीतने के लिए लंबे इंतजार करना पड़ा। पूर्व हेड कोच ने कहा, "आप लियोनेल मेसी को देखिए वह एक क्लासिक उदाहरण हैं। मेरा मतलब है कि वह कितने लंबे समय से खेल रहे हैं और जब उन्होंने जीतना शुरू किया, तो वह कोपा अमेरिका जीते, फिर वर्ल्ड कप जीते और फाइनल में भी स्कोर किया। यानी आपको इंतजार करना होगा, आईसीसी ट्रॉफी की बारिश होगी।"
2013 में भारत ने जीती थी आखिरी आईसीसी ट्रॉफी
बता दें कि भारतीय टीम ने आखिरी बार आईसीसी ट्रॉफी साल 2013 में जीती थी। पूर्व कप्तान एमएस धोनी की अगुवाई में टीम ने इंग्लैंड को फाइनल में पीटकर चैंपियंस ट्रॉफी के खिताब पर कब्जा जमाया था। इसके बाद से भारतीय टीम आईसीसी टूर्नामेंट के सेमीफाइनल और फाइनल तक पहुंचने में सफल रही, लेकिन खिताब को अपने नाम नहीं कर सकी।