आर अश्विन बोले, अब हमें 1970-80 के दशक के खिलाड़ियों की तरह बस ताली बजाना होगा
भारतीय स्पिनर आर अश्विन ने कहा है कि कोरोना संक्रमण की वजह से मैदान पर दोबारा लौटने पर सबको 1970 के दशक की टीमों की तरह विकेट गिरने का जश्न मनाना होगा।
नई दिल्ली, आईएएनएन। भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी स्पिनर आर अश्विन का मानना है कोविड 19 महामारी की वजह से बंद क्रिकेट की शुरुआत होने के बाद खिलाड़ी धीरे-धीरे रंग में लौट आएंगे। उन्होंने कहा कोरोना संक्रमण की वजह से खेल में जो बदलाव किए गए हैं उसके मुताबिक खिलाड़ियों को ढलने में थोड़ा वक्त लगेगा।
कोरोना वायरस संक्रमण फैलने के बाद से ही खेलों को तमाम आयोजन को स्थगित कर दिया गया था। अब धीरे धीरे हालात सामान्य होता नजर आ रहा है जिसके बाद क्रिकेट की शुरुआत करने का विचार किया जा रहा। इससे पहले की क्रिकेट की शुरुआत हो इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने इस संक्रमण से बचने के लिए खेल के नियमों में कुछ बदलाव किए हैं।
दिल्ली कैपिटल्स के इंस्टाग्राम चैट पर बात करते हुए आर अश्विन ने इसको लेकर बात करते हुए कहा, "कुछ चीजों को लेकर आदत डालने में वक्त लग सकता है। यह पूरा लॉकडाउन और जिस तरह से पूरी दुनिया ने इसका अनुभव किया, प्रकृति ने जैसे हमें रुकने और एक कदम पीछे लेने कहा हो। पिछले कुछ सालों में हमने दुनिया को दूषित कर काफी नुकसान पहुंचाया और यह वक्त है धरती और प्रकृति को उसका सम्मान वापस लौटाने का।"
"जैसा की 1970 और 80 के दशक में क्रिकेट में हुआ करता था विकेट का जश्न मनाने का मतलब हुआ करता था खिलाड़ी अपनी जगह पर खड़े होकर तालियां बजाना। हाथ हवा में उठाकर एक दूसरे को हाई फाइव देना और पहले विकेट लेकर अलग प्रतिक्रिया देना यह सब हाल फिलहाल की चीजें हैं। तो अब हम सभी जब खेलने जाएंगे तो इन सभी चीजों की आदत डालने में वक्त लगेगा।"
आगे उन्होंने अपनी बात को बढ़ाते हुए कहा, "हमें इसके मुताबिक ढलना होगा। मेरे लिए एक गेंदबज के तौर पर गेंद पर लार को लगाना ही आम बता है और यह अपने आप ही आता है और इस चीज से दूर रहने के लिए काफी प्रैक्टिस करना होगा।"
दिल्ली की टीम के साथ जुड़ने पर अश्विन ने गेंदबाजी विभाग को मजबूत करना बताया। उनका कहना था, "मैं एक ऐसी फ्रेंचाइजी टीम से आ रहा था जिसने पिछले सीजन में प्लेऑफ में जगह बनाई थी और टीम में रिषभ पंत, प़ृथ्वी शॉ जैसे कुछ बेहद ही आकर्षक खिलाड़ी हैं। मुझे लगा कि मैं अपने अनुभव को इस फ्रेंचाइजी के लिए इस्तेमाल कर सकता हूं और टीम को बेहतर बनने में मदद पहुंचा सकता हूं। अगर मैं गेंदबाजी को मजबूत बनाने में मदद कर सकूं तो हम खिताब जीतने की रेस में आगे होंगे मैं इसी इरादे के साथ टीम के साथ जुड़ा हूं।"