PM Modi ने MS Dhoni के रिटायरमेंट पर लिखा 2 पेज का पत्र, माही ने कहा, धन्यवाद
महेंद्र सिंह धौनी को देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक खत प्राप्त हुआ है जिसके जवाब में धौनी ने लिखा है कि पीएम मोदी आपकी ओर से मिली प्रशंसा के लिए धन्यवाद।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने शनिवार 15 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया। इसके बाद तमाम लोगों ने धौनी को जीवन की नई पारी शुरू करने के लिए शुभकामनाएं दीं। इसी कड़ी में अब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम भी शामिल हो गया है, जिन्होंने पत्र लिखकर धौनी के शानदार करियर की सराहना की है। इसके लिए दिग्गज विकेटकीपर बल्लेबाज धौनी ने टि्वटर पर पीएम मोदी का शुक्रिया अदा भी किया है।
अपने रिटायरमेंट का ऐलान इंस्टाग्राम पर करने वाले एमएस धौनी ने अपना आखिरी ट्वीट फरवरी में किया था, लेकिन पीएम मोदी का शुक्रिया अदा करने के लिए उन्होंने ट्विटर का इस्तेमाल किया। पीएम मोदी के पत्र के दोनों हिस्सों को ट्विटर पर शेयर करते हुए धौनी ने लिखा, "एक कलाकार, सैनिक और खिलाड़ी को प्रशंसा की कामना होती है। वे चाहते हैं कि उनकी मेहनत और बलिदान को सभी पहचानें। शुक्रिया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आपकी ओर से मिली प्रशंसा और शुभकामनाओं के लिए।"
An Artist,Soldier and Sportsperson what they crave for is appreciation, that their hard work and sacrifice is getting noticed and appreciated by everyone.thanks PM @narendramodi for your appreciation and good wishes. pic.twitter.com/T0naCT7mO7
— Mahendra Singh Dhoni (@msdhoni) August 20, 2020
प्रधानमंत्री मोदी ने धौनी के नाम लिखी इस चिट्ठी में कहा है कि आपमें नए भारत यानी न्यू इंडिया की आत्मा झलकती है। पीएम मोदी ने लिखा है कि नए भारत में युवाओं की नियति उनके परिवार का नाम तय नहीं करता है, बल्कि वे खुद नाम और मुकाम बनाते हैं। मोदी ने धौनी के रिटायरमेंट के बाद लिखा, "15 अगस्त को आपने अपने सरल अंदाज में एक छोटा वीडियो साझा किया जो पूरे देश में एक लंबी और जुनूनी बहस के लिए काफी था।"
मोदी ने लिखा है, "आपके रिटायरमेंट से 130 करोड़ भारतीय निराश हैं, लेकिन साथ ही जो आपने पिछले डेढ़ दशक में भारत के लिए किया उसके लिए देशवासी आपके आभारी भी हैं। आपके करियर को देखने का एक तरीका आंकड़ों के चश्मे से भी देखने का है। आप भारतीय क्रिकेट के सबसे कामयाब कप्तानों में शामिल हैं। भारत को दुनिया में चोटी की टीम बनाने में आपकी महत्वपूर्ण भूमिका रही है। क्रिकेट के इतिहास में आपका नाम दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में, सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में और नि:संदेह सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपरों में शामिल किया जाएगा।"
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने इस पत्र में आगे लिखा है, "मुश्किल हालात में आप पर निर्भरता और मैच फिनिश करने का आपका स्टाइल, खास तौर पर 2011 वर्ल्ड कप फाइनल, पीढ़ियों तक लोगों को याद रहेगा, लेकिन महेंद्र सिंह धौनी का नाम सिर्फ उनके करियर के आंकड़ों के लिए याद नहीं किया जाएगा और न ही किसी इकलौते मैच को जीतने में उनकी भूमिका के लिए जाना जाएगा। आपको सिर्फ एक खिलाड़ी के रूप में देखना अन्याय होगा। आपको देखने का सही तरीका एक फिनॉमिना यानी अपने आप में एक घटना है!"
धौनी के एक छोटे शहर से आकर विश्व पटल पर अपना नाम रोशन करने के लिए भी मोदी ने उनकी तारीफ की है। उन्होंने लिखा है, "एक छोटे शहर से उठकर आप अंतरराष्ट्रीय पटल पर छा गए, आपने अपने लिए नाम बनाया और सबसे महत्वपूर्ण देश को गौरवान्वित किया। आपकी तरक्की और उसके बाद के जीवन ने उन करोड़ों नौजवानों को प्रेरणा दी जो महंगे स्कूलों या कॉलेजों में नहीं गए, न ही वे किसी प्रतिष्ठित परिवार से आते हैं, लेकिन उनके पास स्वयं को सर्वोच्च स्तर पर स्थापित करने की क्षमता है।"
पीएम ने लिखा है, "हम कहां से आए हैं यह बहुत ज्यादा मायने नहीं रखता, जब तक हमें यह मालूम हो कि हम किस दिशा में जा रहे हैं- आपने यही भावना प्रदर्शित की और कई युवाओं को इससे प्रेरित किया। मैदान पर रहकर आपने नई पीढ़ी को तमाम उदाहरण दिए हैं। ये पीढ़ी अब रिस्क लेने से नहीं डरती है। कितनी भी कठिन परिस्थिति हो एक-दूसरे पर भरोसा करना चाहिए। आपने कई बार युवा खिलाड़ियों पर भरोसा जताकर उस समय रिस्क लिया है, जब ज्यादा दबाव था। टी20 वर्ल्ड कप 2007 का फाइनल इस बात का एक शानदार उदाहरण है।"
नरेंद्र मोदी ने धौनी के सैना के प्रति प्यार का भी जिक्र किया। मोदी ने लिखा है, "मैं यहां आपके भारतीय सशस्त्र बलों के प्रति लगाव को भी मेंशन करना चाहता हूं। आपको जब सेना में जगह मिली तो आप बहुत खुश थे। आपका उनके प्रति कल्याण का भाव भी अतुलनीय है। मैं आशा करता हूं कि साक्षी और जीवा अब आपके साथ ज्यादा समय बिता सकेंगी। मैं उनको भी शुभकामनाएं देना चाहता हूं, क्योंकि उनके बलिदान और समर्थन के बिना आपके लिए इतना सब करना संभव नहीं था। आपने ये भी सिखाया है कि आप एक टूर्नामेंट जीतने से ज्यादा अपने बच्चे के साथ खेलना पसंद करेंगे।"