इंग्लैंड के दिग्गज का दावा- सिर्फ ये दो टीमें पैदा कर रही हैं टेस्ट क्रिकेट के लिए दमदार बल्लेबाज
इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर और मौजूदा क्रिकेट एक्सपर्ट नासिर हुसैन ने कहा है कि इस समय टेस्ट क्रिकेट में सिर्फ भारत और न्यूजीलैंड की टीम ही दमदार बल्लेबाज पैदा कर रही हैं जो कि पिछले विश्व टेस्ट चैंपियनशिप की फाइनलिस्ट भी रही हैं।
नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। इंग्लैंड की सीमित ओवरों की टीम के पास तो कई मैच विनर हैं, लेकिन टेस्ट टीम में इक्का-दुक्का ही खिलाड़ी ऐसे हैं, जो विपक्षी टीम पर अपनी धाक जमा सकते हैं। इसी को लेकर इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज नासिर हुसैन ने कहा है कि सिर्फ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2021 की फाइनलिस्ट भारत और न्यूजीलैंड टीम के पास ही लाल गेंद वाले प्रारूप के लिए क्वालिटी बैट्समैन हैं।
इंग्लैंड के टेस्ट क्रिकेट को लेकर स्पोर्ट्समेल ने दो पूर्व क्रिकेटर नासिर हुसैन और रोब की के साथ बातचीत की। उनसे इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड यानी ईसीबी द्वारा शुरू किए गए द हंड्रेड क्रिकेट लीग से जुड़ा सवाल पूछा गया तो नासिर हुसैन ने कहा, "मैंने इसका आनंद लिया है। माहौल शानदार रहा है और इसके बारे में एक अलग एहसास है। यदि आप मैदान के चारों ओर घूमते हैं, खासकर दोपहर में, आप वहां बहुत सारे परिवार देखते हैं और मुझे लगता है कि आप एक नए युवा दर्शकों को क्रिकेट के प्रति आकर्षित होते हुए देख रहे हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "महिला मैचों के आंकड़े शानदार रहे हैं और वे टूर्नामेंट की सबसे बड़ी विजेता हैं, लेकिन साल के इस समय में इतनी सफेद गेंद वाली क्रिकेट होने से टेस्ट क्रिकेट को काफी नुकसान हुआ है। शेड्यूल हास्यास्पद है।" वहीं, रोब की ने कहा, "क्रिकेट अपने आप में इलेक्ट्रिक रहा है, वास्तव में, और जिस चीज ने मुझे सबसे ज्यादा हैरान किया है, वह यह है कि लोग कितनी जल्दी अपनी टीम से पीछे हो गए हैं। मैं ओवल में बार-बार खचाखच भरी भीड़ के सामने खेला और यह हमेशा सरे और केंट के लिए मिश्रित समर्थन था, लेकिन पहले ही हंड्रेड गेम में, मैनचेस्टर ओरिजिनल्स नीचे आ गए और भीड़ ओवल इनविंसिबल के प्रति इतनी पक्षपाती थी। ऐसा हर जगह हुआ है।"
वहीं, जब उनसे इंग्लैंड के शेड्यूल को लेकर पूछा गया तो रोब की ने जवाब में कहा, "यह मिलियन डालर का सवाल है। मैं एक बिंदु तक कार्यक्रम के बारे में सहमत हूं, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में इंग्लैंड की समस्याएं हंड्रेड के कारण नहीं आई हैं। न्यूजीलैंड सीरीज से पहले काफी क्रिकेट चैंपियनशिप हुई थी, लेकिन इंग्लैंड फिर भी बल्ले से प्रभावशाली नहीं दिखा। इंग्लैंड के खिलाड़ियों की तकनीक उस माहौल से विकसित हुई है, जिसमें उन्होंने सात या आठ साल खेला है। हम लाल गेंद वाले क्रिकेट के लिए वर्षों की उपेक्षा के परिणाम देख रहे हैं।"
वहीं, नासिर हुसैन ने कहा, "मैं पूरी तरह से सहमत हूं। की अपने खेल करियर के अंत की ओर ये बातें कह रहे थे और इस बल्लेबाजी के निधन को काफी समय हो गया है। वैसे यह सिर्फ इंग्लैंड ही नहीं है। यह दुनिया भर के लाल गेंद वाले बल्लेबाज हैं। ऐसा लगता है कि केवल न्यूजीलैंड और भारत, जो विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के दो फाइनलिस्ट हैं और वही उच्च गुणवत्ता वाले लाल गेंद वाले बल्लेबाज पैदा कर रहे हैं।"