अपनी आलोचना पर पहली बार बोले धौनी, अपने आलोचकों को दिया ये जवाब
न्यूज़ीलैंड के खिलाफ राजकोट में खेले गए दूसरे टी-20 मैच में भारत की हार के बाद धौनी को टीम से बाहर करने की आवाजें उठने लगी थी।
नई दिल्ली, जेएनएन। टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धौनी ने पहली बार अपनी आलोचना के बारे में खुलकर बात की। टीम इंडिया के इस कूल-कूल खिलाड़ी ने अपनी आलोचना पर बात करते हुए कहा कि सभी के अपने-अपने विचार होते हैं और हम सभी को उनका सम्मान करना चाहिए। धौनी ने यह बात अजीत अगरकर और वीवीएस लक्ष्मण के बयान के बारे में पूछे जाने पर कही।
न्यूज़ीलैंड के खिलाफ राजकोट में खेले गए दूसरे टी-20 मैच में भारत की हार के बाद धौनी को टीम से बाहर करने की आवाजें उठने लगी थी। दरअसल इस मैच में धौनी ने सिर्फ 6 गेंदों में ही 26 रन बना दिए थे और ऐसा उन्होंने 3 छक्के और 2 चौके लगाकर किया था। लेकिन इससे पहले उन्होंने 32 गेंदों सिर्फ 23 ही रन बनाए थे और इस दौरान बढ़ते रन रेट की वजह से दूसरे छोर पर खड़े विराट कोहली भी बड़ा शॉट लगाने के चलते अपना विकेट गंवा बैठे थे और भारत ये मैच हार गया था। इस हार के बाद धौनी को लेकर कई दिग्गज़ों और पूर्व क्रिकेटरों तक ने उऩ्हें टी-20 से बाहर करने की बात कह दी थी।
किसने क्या-क्या बोला ?
टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज खिलाड़ियों में से एक वीवीएस लक्ष्मण ने कहा था कि अब समय आ गया है कि टी-20 फॉर्मैट के लिए धौनी का विकल्प तलाशा जाए। इसके साथ ही लक्ष्मण ने कहा कि पिछले एक साल से धौनी स्ट्राइक रोटेट करने में नाकाम रहते हैं। भारत के पूर्व तेज गेंदबाज अगरकर ने कहा था टी-20 में अब भारत को और विकल्पों के बारे में सोचना चाहिए। इसके साथ ही साथ मुल्तान के सुल्तान वीरेंद्र सहवाग ने कहा था कि महेंद्र सिंह धौनी को टी-20 टीम में अपनी भूमिका समझनी होगी। उन्हें बड़े स्कोर का पीछा करते हुए शुरू में ही तेजी से रन बनाने होंगे। इसके साथ ही सहवाग ने कहा था कि विराट कोहली की अगुआई वाली टीम को अभी धोनी की जरूरत है। वह सही समय आने पर संन्यास लेंगे और कभी किसी युवा खिलाड़ी का रास्ता नहीं रोकेंगे।
कोहली ने दिया माही का साथ
धौनी की लगातार हो रही आलोचना के बाद कप्तान कोहली ने माही का समर्थन किया और कहा कि, 'अगर मैं तीन बार अपनी क्षमता को साबित करने में असफल रहता हूं, तो कोई भी मुझ पर उंगली नहीं उठाएगा, क्योंकि मैं 35 साल का नहीं हूं। वह (धौनी) फिट हैं और उन्होंने सारे फिटनेस टेस्ट पास किए हैं। वह हर संभव तरीके से टीम के लिए योगदान दे रहे हैं। फिर चाहे रणनीतिक तौर पर हो या बल्लेबाजी से।अगर आप श्रीलंका और आस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई सीरीज को देखें, तो उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया था।'
इसके साथ ही कोहली ने कहा कि , 'मुझे लगता है कि लोगों को थोड़ा धैर्य रखना चाहिए। धौनी एक ऐसे खिलाड़ी हैं, जो क्रिकेट के हर प्रारूप की समझ रखते हैं। वह एक समझदार इंसान हैं। वह हर प्रारूप में अपनी भूमिका को अच्छे से पहचानते हैं। इसलिए, मुझे नहीं लगता कि किसी और को उनके जीवन का फैसला लेने का हक है।'
शास्त्री से भी मिला धौनी को समर्थन
धौनी की आलोचना करने वालों को लेकर शास्त्री ने कहा है कि धौनी से जलने वाले कुछ लोग ये चाहते हैं कि उनके अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर का अंत हो जाए। भारतीय टीम को धौनी के महत्व के बारे में बखूबी पता है। इस महान खिलाड़ी पर टिप्पणी करने से कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। इससे मुझे भी कोई फर्क नहीं पड़ने वाला। हमें ये अच्छी तरह से पता है कि धौनी की टीम में क्या भूमिका है। वो महान कप्तान थे और अब बेहतरीन टीम मैन। शास्त्री ने कहा कि धौनी सुपरस्टार हैं। वो दुनिया के महान क्रिकेटरों में से एक हैं।
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