कोरोना का संकट: बिना विश्व कप खेले ही पाकिस्तानी दिग्गज को लेना पड़ सकता है संन्यास
टी20 टीम में वापसी करने वाले हफीज ने कहा कि वह सिर्फ टी20 लीग पर ध्यान लगा रहे हैं क्योंकि वर्ल्ड टी20 खेलकर वो इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा करना चाहते हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। पाकिस्तान क्रिकेट टीम के अनुभवी ऑलराउंडर मोहम्मद हफीज ने अक्टूबर में होने वाले आईसीसी विश्व कप के बाद संन्यास लेने की इच्छा जताई है। टी20 टीम में वापसी करने वाले हफीज ने कहा कि वह सिर्फ टी20 लीग पर ध्यान लगा रहे हैं क्योंकि वर्ल्ड टी20 खेलकर वो इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा करना चाहते हैं। कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से टूर्नामेंट के आयोजन पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं और अगर टूर्नामेंद रद करना पड़ा तो हफीज को बिना विश्व कप खेले ही विदाई लेनी पड़ेगी।
विवादित एक्शन की वजह से टीम से अंदर बाहर होते रहने वाले पाकिस्तानी ऑलराउंडर के लिए आईसीसी टी20 विश्व कप करियर का आखिरी टूर्नामेंट होने वाला है। हफीज ने एक इंटरव्यू में कहा कि उनका मुख्य लक्ष्य पाकिस्तान की तरफ से वर्ल्ड टी20 में खेलना था जहां वो टीम के बेहतरीन प्रदर्शन में मदद कर सके।
हफीज ने कहा, मैंने यह फैसला लिया है कि वर्ल्ड टी20 के बाद इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लूंगा। इसके बाद मैं सिर्फ टी20 लीग पर ध्यान दूंगा।
टी20 विश्व कप के आयोजन पर खतरा
कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से इस वक्त ऑस्ट्रेलिया के बॉर्डर को सील कर दिया गया है। अगले 6 महीनों तक ऐसे ही हालात रहेंगे। अगर कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे पर काबू नहीं पाया जा सका तो बॉर्डर को सील किए जाने का अवधि बढ़ाई भी जा सकती है। ऐसे में विश्व कप का आयोजन मुश्किल हो जाएगा।
39 साल के हफीज टेस्ट क्रिकेट से पहले ही संन्यास ले चुके हैं और अब वो इंटरनेशनल क्रिकेट को पूरी तरह से अलविदा कहने जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि रिटायर होने के बाद वो क्या करेंगे इसके बारे में अब तक नहीं सोचा। हफीज ने कहा, हो सकता है मैं कोचिंग दूं, मुझे नहीं पता वो समय कब आएगा जब ऐसा होगा तो उसके लिए मैं खुद को तैयार कर लूंगा।
हफीज ने पाकिस्तान के लिए अब कुल 55 टेस्ट मैच खेले हैं जबकि 218 वनडे मुकाबलों में टीम का हिस्सा रहे हैं। टी20 क्रिकेट की बात करें तो उन्होंने पाकिस्तान की तरफ से कुल 91 मुकाबले खेले हैं। बांग्लादेश के खिलाफ खेली गई टी20 सीरीज में हफीज ने टीम में वापसी की थी