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Mcc New Code Law: मांकडिंग को आफिशियल रन आउट का दर्जा मिलने के बाद सोशल मीडिया पर अश्विन के समर्थन में उतरे फैंस लिखा ये उनकी जीत है

By Sameer ThakurEdited By: Published: Wed, 09 Mar 2022 05:49 PM (IST)Updated: Wed, 09 Mar 2022 05:49 PM (IST)
Mcc New Code Law: मांकडिंग को आफिशियल रन आउट का दर्जा मिलने के बाद सोशल मीडिया पर अश्विन के समर्थन में उतरे फैंस लिखा ये उनकी जीत है
राजस्थान और पंजाब के बीच मैच में रविचंद्रन अश्विन (फोटो क्रेडिट ट्विटर)

नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। एमसीसी द्वारा क्रिकेट के नियमों में किए गए बदलाव में सबसे ज्यादा जिस नियम की चर्चा हो रही है वो है मांकडिंग का नियम जिसे लेकर सोशल मीडिया फर फैंस ने तरह-तरह की प्रतिक्रिया दी है। फैंस ने अश्विन का नाम लेकर ट्विट किया है कि मांकडिंग का आफिशियल हो जाना अश्विन की जीत है।

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आपको बता दें कि आइपीएल 2019 में पंजाब के कप्तान अश्विन ने जब राजस्थान रायल्स के बल्लेबाज जास बटलर को मांकडिंग किया था तो क्रिकेट जानकारों ने इसे खेल भावना के खिलाफ बताया था। इसके बाद अश्विन को लेकर अलग-अलग तरह की बातें भी हुई थी। लेकिन एमसीसी द्वारा किए गए संशोधन के बाद अब इसे अनफेयर की श्रेणी से हटा दिया गया है। ये अब रन आउट की श्रेणी में आएगा।

क्या है मांकडिंग?

पहली बार मांकडिंग शब्द चर्चा में तब आया था जब 1948 में भारत के वीनू मांकड़ ने आस्ट्रेलियाई बल्लेबाज बिल ब्राउन को नान स्ट्राइकर एंड पर कई बार क्रिज से बाहर निकलने के कारण चेतावनी दी थी। इसके बाद इस घटना को आस्ट्रेलियाई मीडिया द्वारा मांकडिंग का नाम दे दिया गया।

आइपीएल 2019 में पंजाब और राजस्थान के बीच मैच में भी इस तरह की घटना देखने को मिली थी जब अश्विन ने जास बटलर के साथ ऐसा किया था। अब तक इस नियम को अनफेयर की श्रेणी में रखा गया था लेकिन अब इसे 1 अक्टूवर के बाद आफिशियल रन आउट माना जाएगा।

एमसीसी द्वारा किए गए इस संशोधन के बाद अश्विन के समर्थन में सोशल मीडिया पर कई फैंस ने प्रतिक्रिया दी है। एक यूजर ने लिखा है कि उम्मीद है ये गेंदबाजों और बल्लेबाजों के बीच के लेवल को कम करेगा।

जाने-माने कांमेंटेटर हर्षा भोगले ने भी वाइड जजमेंट नियम में किए गए बदलाव को सही बताया है। उन्होंने ट्विट किया है कि वाइड को लेकर किया गया बदलाव गेंदबाजों के हित में है। उन्होंने मांकडिंग को लेकर भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि आखिर बल्लेबाज द्वारा किया गया अनफेयर एक्ट की सजा गेंदबाजों को क्यों मिलती थी। इसे तो कभी भी अनफेयर की श्रेणी में नहीं होना चाहिए था।

एक अन्य यूजर ने लिखा है कि खेल भावना नाम की कोई भी चीज नहीं होनी चाहिए और उन्हें रोका जाना चाहिए। एक अन्य यूजर ने लिखा है कि मुझे हमेशा से विश्वास था कि ये रनआउट करने का कानूनी तरीका है।


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