भारतीय मध्यक्रम के बल्लेबाजों के चौथे वनडे में असफल होने पर कोच बांगड़ ने कही ये बातें
भारतीय क्रिकेट टीम के बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ ने भरोसा जताया कि टीम के मध्यक्रम के बल्लेबाज अच्छा प्रदर्शन करेंगे। चौथा वनडे मैच एक अपवाद था।
वेलिंगटन। न्यूजीलैंड के खिलाफ चौथे वनडे मैच में भारतीय बल्लेबाजों की कमजोरी सामने आ गई। टीम के बल्लेबाज सिर्फ 92 रन पर धराशाई हो गए थे और भारत को हार का सामना करना पड़ा था। विराट और धौनी की गैरमौजूदगी में ये टीम काफी कमजोर दिखी और भारतीय बल्लेबाज 100 रन का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाए। टीम के छह बल्लेबाज तो दहाई आंकड़ा भी नहीं छू पाए।
अब भारतीय टीम की इस खराब बल्लेबाजी के बाद टीम के बल्लेबाजी कोच संजय बांगड़ ने कहा कि इस तरह से विकेट का गिरना एक अपवाद था और उन्हें टीम के मध्यक्रम के बल्लेबाजों पर पूरा भरोसा है। मध्यक्रम के बल्लेबाजों ने विषम परिस्थितियों में भी हमेशा अच्छा प्रदर्शन किया है। कई बार हालात काफी चुनौतीपूर्ण हो जाते हैं, लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि मध्यक्रम के बल्लेबाजों ने अच्छा खेल नहीं दिखाया है। चौथा वनडे मैच महज एक अपवाद था और जब जरूरत होती है ये बल्लेबाज भरोसे पर खरे उतरे हैं।
संजय बांगड़ ने वर्ष 2017 जनवरी में इंग्लैंड के खिलाफ कटक में खेले गए मैच का साथ ही वर्ष 2015 अक्टूबर में दक्षिण अफ्रीका के विरुद्ध इंदौर में खेले गए मुकाबले व इस वर्ष जनवरी में मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए मैच का हवाला दिया। उन्होंने कहा कि अगर शीर्ष क्रम के बल्लेबाज अच्छा खेल रहे होते हैं तो मध्यक्रम के बल्लेबाजों को ज्यादा मौके नहीं मिलते। इस वनडे सीरीज में हमारे टॉप के बल्लेबाज कोई शतक नहीं बना पाए और मध्यक्रम को काफी मौका मिला। उन्होंने मौका मिलने पर फिनिशर की भूमिका अच्छे तरीके से निभाई। इस वक्त टीम मैनेजमेंट खिलाड़ियों को रोटेट करने की कोशिश कर रहा है जिससे की सभी को मौका मिल सके और वो अपनी प्रतिभा साबित कर सकें।