विदेशी खिलाड़ियों के बिना IPL नहीं हो सकता- सह मालिक Kings XI Punjab
किंग्स इलेवन पंजाब के सह मालिक का नेस वाडिया मानना है कि इसे बिना विदेशी खिलाड़ियों को होस्ट करने का कोई मतलब नहीं रह जाएगा।
नई दिल्ली, जेएनएन। इंडियन प्रीमियर लीग दुनिया में खेली जाने वाली टी20 लीगों में सबसे ज्यादा पॉपुलर है। किंग्स इलेवन पंजाब के सह मालिक नेस वाडिया का मानना है कि इसे बिना विदेशी खिलाड़ियों को होस्ट करने का कोई मतलब नहीं रह जाएगा। कोरोना वायरस संक्रमण की वजह 29 मार्च को शुरू होने वाली टी20 लीग को शुरू नहीं कराया जा सका और इसे अनिश्चित समय के लिए स्थगित कर दिया गया है।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड इस साल सितंबर अक्टूबर में इसे होस्ट करने की योजना बना रही है। बीसीसीआई की तरफ से ऐसे बयान आए हैं कि मानसून के बाद टूर्नामेंट का आयोजन कराया जा सकेगा। अगर ऑस्ट्रेलिया में कराए जाने वाले आईसीसी टी20 विश्व कप को स्थगित कर दिया जाता है तो इसकी जगह आईपीएल को कराया जा सकता है।
टू्र्नामेंट को आयोजन कराने को लेकर फ्रेंचाइजी टीमों के मालिकों की तरफ से मिली जुली प्रतिक्रिया देखने को मिली है। राजस्थान रॉयल्स की तरह से ऐसे बयान आये थे कि बिना विदेशी खिलाड़ियों के संरक्षित स्थान पर लगाया जाए। तीन बार की विजेता टीम चेन्नई सुपर किंग्स ने रॉयल्स के विचार के इत्तेफाक नहीं रखती। अब किंग्स इलेवन पंजाब की टीम ने भी इसे विदेशी खिलाड़ियों के बिना कराने को सही नहीं ठहराया है।
फ्रेंचाइजी कंपनी के सह मालिक नेस वाडिया ने पीटीआई से बात करते हुए कहा, "आईपीएल एक इंटरनेशनल टूर्नामेंट है जो भारत के लोगों द्वारा बनाया गया है। इसको इंटरनेशनल प्लेटफॉर्म और इंटरनेशनल स्टार्स की जरूरत है।"
आगे उन्होंने कहा, "अभी यह देखना बाकी है कि कौन से विदेशी खिलाड़ियों के यात्रा करने की अनुमति मिलेगी उस समय। मुझे लगता है कि इस समय बीसीसीआई के सामने प्रभावित करने वाली काफी चीजें हैं जिससे कि इस बात का आंकलन भी करना मुश्किल है कि यह कब तक कराया जा सकता है। मान लीजिए जो कल को केस बढ़ने लगे तो फिर क्या होगा? इस वक्त कोविड 19 के अलावा किसी और चीज के बारे में सोचना बुद्धिमानी नहीं होगी।"
"हम सभी के लिए इस वक्त सबसे महत्वपूर्ण चीज है मौजूदा हालात से निपटना। यह अगले एक महीने या फिर दो महीनें तक रह सकता है। एक बार वायरस खत्म हो जाए तो फिर हमारे सामने चीजें ज्यादा साफ हो जाएंगी कि आईपीएल को कब कराया जा सकता है या कहां इसे कराया जा सकता है।