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इन 2 दिग्गज खिलाड़ियों से सीखना चाहते हैं क्रुणाल पांड्या, टीम इंडिया में मिली जगह

हार्दिक पांड्या के भाई कृणाल पांड्या को फिर से टी20 के लिए टीम इंडिया में जगह मिली है।

By Vikash GaurEdited By: Published: Tue, 23 Jul 2019 11:08 AM (IST)Updated: Tue, 23 Jul 2019 11:08 AM (IST)
इन 2 दिग्गज खिलाड़ियों से सीखना चाहते हैं क्रुणाल पांड्या, टीम इंडिया में मिली जगह

नई दिल्ली, प्रेट्र। वेस्टइंडीज दौरे पर जाने वाली भारतीय टी-20 टीम में ऑलराउंडर क्रुणाल पांड्या को भी जगह मिली है। हालांकि, उनके भाई हार्दिक पांड्या को आराम दिया गया है। इसी बीच क्रुणाल पांड्या ने कहा कि वह कप्तान विराट कोहली से जीत का जज्बा और विकेटकीपर बल्लेबाज महेंद्र सिंह धौनी से धैर्य रखना सीखना चाहते हैं।

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पिछले साल चार नवंबर को वेस्टइंडीज के खिलाफ टी-20 अंतरराष्ट्रीय में पदार्पण करने वाले क्रुणाल ने अब तक 11 मैचों में 11 विकेट झटकने के साथ पांच पारियों में 23 के औसत से 70 रन भी बनाए हैं। क्रुणाल ने कहा, 'मैं कोहली से सीखना चाहूंगा कि लगातार अच्छा करने की भूख कैसे बरकरार रखी जाती है। वह कैसे हर प्रारूप में इतना निरंतर प्रदर्शन करते हैं। हर मैच में वह शून्य से शुरू करते हैं फिर काफी रन बनाते हैं और टीम को जीत दिलाते हैं।'

धौनी के बारे में उन्होंने कहा, 'माही भाई (धौनी) की तरह का फिनिशर भारतीय क्रिकेट के इतिहास में कोई हुआ ही नहीं है, मेरे हिसाब से तो विश्व क्रिकेट में ऐसा कोई नहीं रहा है। उन्होंने लगातार ऐसा कर के दिखाया है। मुझे लगता है उनके पास धैर्य है और परिस्थितियों के मुताबिक खेलने की क्षमता है। मैं माही भाई और विराट से यह दोनों चीज सीखने की कोशिश करूंगा।'

क्रुणाल भारत-ए टीम के साथ वेस्टइंडीज के दौरे पर गए हैं जहां उन्होंने अपने ऑलराउंडर खेल से प्रभावित किया। वेस्टइंडीज-ए के खिलाफ उन्होंने तीन वनडे मैचों में सात विकेट झटके जिसमें पारी में पांच विकेट भी शामिल है। उन्होंने बल्लेबाजी का हालांकि ज्यादा मौका नहीं मिला लेकिन सीरीज के चौथे मैच में उन्होंने 45 रन की पारी खेली।

भारतीय टीम के वेस्टइंडीज दौरे के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'वेस्टइंडीज दौरे के शुरू होने का मैं इंतजार कर रहा हूं क्योंकि आगे बहुत क्रिकेट है। मैं मौका मिलने पर गेंद और बल्ले दोनों से लगातार अच्छा प्रदर्शन करना चाहता हूं। भारत-ए टीम के साथ दौरे पर जाने से काफी मदद मिलती है। पिछले दो-तीन वर्षो में मैं दक्षिण अफ्रीका, न्यूजीलैंड, इंग्लैंड तीनों जगह खेल चुका हूं और उसका फायदा भी मिलता है क्योंकि जब आप सीनियर टीम के साथ जाते हैं तो यह अनुभव काम आता है।' 


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