Move to Jagran APP

विकेटों के पतझड़ से समझिए केएल राहुल-मयंक अग्रवाल की साझेदारी की अहमियत- सुनील गावस्कर

भारतीय टीम के पूर्व महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने अपने कालम में लिखा है कि केएल राहुल और मयंक अग्रवाल के बीच सेंचुरियन में हुई साझेदारी की अहमियत इस बात से पता चलती है कि कोई भी साझेदारी इस मैच में ज्यादा नहीं चली।

By Vikash GaurEdited By: Published: Fri, 31 Dec 2021 09:25 AM (IST)Updated: Fri, 31 Dec 2021 09:25 AM (IST)
विकेटों के पतझड़ से समझिए केएल राहुल-मयंक अग्रवाल की साझेदारी की अहमियत- सुनील गावस्कर
KL Rahul और Mayank Agarwal ने दमदार साझेदारी की थी (फोटो AFP)

सुनील गावस्कर का कालम। दक्षिण अफ्रीका का किला कहे जाने वाले सेंचुरियन को फतह करके भारतीय टीम ने क्रिकेट के मैदान पर शानदार साल का अंत किया। एक बार फिर ये टीम का मिला-जुला प्रयास था जिसमें हर किसी ने अपना योगदान दिया। इसके लिए पहले दिन की मुश्किल पिच पर टीम को शानदार शुरुआत दिलाने वाले केएल राहुल और मयंक अग्रवाल को पूरे नंबर मिलने चाहिए। जिस पिच पर गेंद टेनिस बाल की तरह उछल रही थी, वहां उन्होंने शुरुआती समय काफी सतर्कता के साथ निकाला और फिर टीम के लिए एक मजबूत ओपनिंग साझेदारी की नींव रखी। इस साझेदारी की अहमियत तीसरे दिन खेल शुरू होने के बाद लगे विकेटों के पतझड़ से समझी जा सकती है।

loksabha election banner

दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट के इतिहास को देखें तो उनकी मौजूदा टीम का बल्लेबाजी क्रम सबसे कमजोर कहा जा सकता है। ऐसे में भारतीय टीम के घातक गेंदबाजी आक्रमण के लिए मेजबान बल्लेबाजों को दोनों पारियों में आउट करने में कोई दिक्कत नहीं थी। क्या मौजूदा समय में जसप्रीत बुमराह और मुहम्मद शमी से बेहतर कोई नई गेंद की जोड़ी है? दोनों ही बल्लेबाजों के लिए अलग-अलग कोण से गेंदबाजी करते हैं, लेकिन इन सबसे बढ़कर दोनों ही बल्लेबाजों को मुश्किल से ही राहत का कोई मौका देते हैं। इनकी लाइन और लेंथ इतनी सधी होती है कि पिछले कुछ साल में हमने देखा कि कोई भी टीम इन दोनों गेंदबाजों के खिलाफ सहज महसूस नहीं करती है। और मुहम्मद सिराज का पूरी ऊर्जा और सब कुछ झोंक देने की क्षमता के साथ गेंदबाजी करना ये बताता है कि बल्लेबाजों के लिए सांस लेने की बिलकुल भी उम्मीद नहीं है। रविचंद्रन अश्विन ने ये बात जान ली थी कि इस पिच पर उनका काम बल्लेबाजों पर दबाव बनाए रखने का है और उन्होंने इसे बखूबी अंजाम भी दिया। आखिरी के दो विकेट लेकर उन्होंने ही मैच का अंत किया।

ये एक बड़ी जीत है और तीन मैचों की सीरीज के पहले ही मैच में भारत की जीत से दक्षिण अफ्रीकी टीम पर काफी दबाव आ गया है। बेशक, अब भी कुछ सवाल ऐसे हैं जिनके जवाब भारतीय टीम को देने हैं और वो मध्यक्रम की बल्लेबाजी है। इस मोर्चे पर वो बात नजर नहीं आई है। उम्मीद करते हैं कि नए साल में बड़ी पारियां भी लौटेंगी और शतक भी, जिनका भारतीय प्रशंसकों ने इस साल कम ही दीदार किया। सभी को नए साल की शुभकामनाएं। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.