जिंदगी भर याद रहेगा आखिरी गेंद पर लगाया गया ये छक्का : कार्तिक
कार्तिक ने कहा कि यह मेरे लिए शानदार अनुभव है। यह ऐसी चीज हैं जो आपकी जिंदगी में हमेशा याद बनकर रहेगा।
कोलंबो, प्रेट्र। दिनेश कार्तिक ना तो ऋषिकेश कानितकर और ना ही जोगिंदर शर्मा बनना चाहते हैं, लेकिन भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज कार्तिक आखिरी गेंद पर लगाए छक्के को जिंदगी भर याद रखना चाहते हैं। कानितकर ने जहां पाकिस्तान को आखिरी गेंद पर चौका लगाकर हराया था। वहीं जोगिंदर शर्मा ने टी-20 विश्व कप में पाकिस्तान को आखिरी ओवर फेंककर हराने में अहम भूमिका निभाई थी।
करीब 14 साल से भारतीय टीम में खेलने का अनुभव रखने वाले कार्तिक खुद को ना तो कानितकर ना ही जोगिंदर से तुलना होते देखना चाहते हैं। वह बस इस लम्हे को जिंदगी भर अपने साथ रखना चाहते हैं, क्योंकि ऐसा लम्हा हर क्रिकेटर की जिंदगी में सपना होता है। कार्तिक ने कहा कि यह मेरे लिए शानदार अनुभव है। यह ऐसी चीज हैं जो आपकी जिंदगी में हमेशा याद बनकर रहेगा। कार्तिक ने कहा कि यह शानदार दौर रहा। मैं इसका हिस्सा बनने के लिए खुश हूं। हमने इसके लिए बहुत मेहनत की है और यह अच्छा है कि हमने टूर्नामेंट जीता। मैं अपने सपोर्ट स्टॉफ को धन्यवाद देना चाहता हूं जिन्होंने मेरी मदद की। आखिरी दो ओवरों में ज्यादा रन चाहिए थे। इस पर कार्तिक ने कहा कि उस समय मैं हर गेंद पर शॉट खेलना चाहता था। मैं क्रीज पर पोजीशन ले रहा था और देख रहा था कि किस तरह की गेंद आने वाली है। हमने सोचा नहीं था कि फाइनल बांग्लादेश से होगा।
दोबारा दूंगा रुबेल को 19वां ओवर : शाकिब
त्रिकोणीय टी-20 सीरीज के फाइनल में भारत के हाथों जीत के करीब आकर मात खाने के बाद भी बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन उस पर पछताना नहीं चाहते। उन्होंने कहा है कि अगर इस मैच जैसी परिस्थिति दोबारा आती है, तो वह एक बार फिर रुबेल हुसैन को 19वां ओवर देंगे।
रुबेल ने 19वें ओवर में 22 रन खर्च किए थे और यहीं से मैच बांग्लादेश के हाथ से निकलना शुरू हो गया था। भारत के विकेटकीपर-बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने इस मैच में आठ गेंदों में 29 रनों की पारी खेल बांग्लादेश के मुंह से जीत छीन ली थी। शाकिब ने कहा कि रुबेल ने रणनीति के हिसाब से ही गेंदबाजी की थी, लेकिन कार्तिक की बल्लेबाजी अलग ही थी। शाकिब ने कहा ईमानदारी से कहूं तो उन्होंने रणनीति के बाहर जा कर कुछ भी नहीं किया। मैं नहीं जानता कि ऐसे भी बल्लेबाज हैं, जो आते ही छक्का मार सकते हैं और अगली गेंद पर चौका और फिर छक्का। शाकिब ने कहा कि इस तरह की बल्लेबाजी इतिहास में कम हुई हैं। वह चमत्कारिक बल्लेबाजी थी, लेकिन कार्तिक ने ऐसा किया। जाहिर सी बात है पहली दो गेंदों पर रुबेल 10 रन देने के बाद घबरा गए थे लेकिन अगर भविष्य में ऐसी स्थिति दोबारा आती है तो मैं उन्हें ओवर दूंगा।
बहुराष्ट्रीय टूर्नामेंट में बांग्लादेश लगातार पांचवीं बार फाइनल में हारी है। बांग्लादेश ने इस टूर्नामेंट में दो बार श्रीलंका को मात देकर फाइनल में जगह बनाई थी। इस टूर्नामेंट से हासिल सकारात्मक पहलुओं के बारे में शाकिब ने कहा कि मैं किसी तरह की नकारात्मक चीजें नहीं देखता हूं। हमने दो मैच जीते, हम दो मैच और जीत सकते थे, लेकिन हम काफी करीब से हार गए।
इस हार को भुला देना चाहते हैं रुबेल
त्रिकोणीय टी-20 सीरीज के फाइनल मैच में मिली बांग्लादेश को मिली हार के बाद नींद तेज गेंदबाज रुबेल हुसैन की नींद उड़ गई है। भारत के खिलाफ मिली चार विकेट की हार का जिम्मेदार रुबेल खुद को मान रहे हैं और इसके लिए वह प्रशंसकों से माफी चाहते हैं।
रुबेल का मानना है कि 19वें ओवर में अपनी गेंदबाजी से भारतीय खिलाडि़यों को दिए 22 रन ही बांग्लादेश की हार के लिए जिम्मेदार हैं, जिसके कारण भारत उनके पंजों से जीत को छीन कर ले गया। रुबेल ने कहा कि मैं इस हार के बाद बेहद खराब महसूस कर रहा हूं। मैंने नहीं सोचा था कि इस हार का कारण मैं बनूंगा। हम फाइनल में जीत के इतने करीब थे, लेकिन मेरी वजह से हम मैच हार गए। मैं प्रशंसकों से इस हार की माफी चाहता हूं।