नई दिल्‍ली, स्‍पोर्ट्स डेस्‍क। भरतीय टीम के पूर्व कप्‍तान कपिल देव ने कहा कि सूर्यकुमार यादव की तुलना संजू सैमसन से नहीं करना चाहिए। 1983 वर्ल्‍ड कप विजेता कप्‍तान ने साथ ही सवाल किया कि अगर सैमसन खराब दौर से गुजरते तो क्‍या हम किसी और के बारे में बात कर रहे होते?

कपिल देव ने एबीपी न्‍यूज से बातचीत में कहा, 'एक क्रिकेटर जिसने अच्‍छा प्रदर्शन किया हो, उसे हमेशा ज्‍यादा मौके मिलते हैं। सूर्या की तुलना संजू सैमसन के साथ नहीं करिये। यह सही नहीं लगता। अगर संजू खराब दौर से गुजरता तो क्‍या आप किसी और के बारे में बात करते।'

सूर्या के जीरो की हैट्रिक

उन्‍होंने आगे कहा, 'ऐसा नहीं होना चाहिए। अगर टीम प्रबंधन ने सूर्यकुमार यादव को समर्थन देने का फैसला किया तो उन्‍हें ज्‍यादा मौके मिलने चाहिए। हां, लोग बातचीत करेंगे और अपने विचार देंगे, लेकिन आखिरकार यह प्रबंधन का फैसला होगा।'

बता दें कि सूर्यकुमार यादव ने ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ हाल ही में संपन्‍न तीन मैचों की वनडे सीरीज में एक भी रन नहीं बनाया। वो तीन मैचों में पहली गेंद पर आउट होकर पवेलियन लौटे। चेन्‍नई में तीसरे वनडे के दौरान चौथे नंबर पर खेलने वाले सूर्या को नंबर सात पर बल्‍लेबाजी के लिए भेजा गया।

सूर्या के विश्‍वास को लगा धक्‍का

हालांकि, बल्‍लेबाजी क्रम में बदलाव से सूर्या के भाग्‍य में बदलाव नहीं आया और वो तीसरे वनडे में भी बिना खाता खोले आउट हुए। कई पूर्व क्रिकेटर्स और पंडितों का मानना है कि सूर्या को नीचे भेजकर सही नहीं किया गया क्‍योंकि इससे उनके विश्‍वास को धक्‍का लगेगा।

वहीं कपिल देव ने टीम के फैसले का समर्थन किया और कहा, 'मैच खत्‍म होने के बाद बातें करना आसान है। सूर्यकुमार यादव को सातवें नंबर पर भेजने का मकसद फिनिशर के रूप में मौका देना हो। वनडे में बल्‍लेबाजी क्रम में बदलाव नई बात नहीं है। ऐसा पहले भी कई बार हुआ है। हां कई बार बल्‍लेबाज के विश्‍वास को धक्‍का लगता है। मगर यह खिलाड़ी पर निर्भर करता है कि वो कप्‍तान से कहे कि मैं टॉप ऑर्डर में खुद को संभाल लूंगा।'

Edited By: Abhishek Nigam