श्रीलंका के खिलाफ मैच से पहले उनादकट ने खोला राज़, टी 20 में ये है सफलता का मूल मंत्र
सीरीज में टीम इंडिया के लिए अच्छी शुरुआत नहीं रही और उसे पहले मुकाबले में श्रीलंका से पांच विकेट से हार का सामना करना पड़ा था।
कोलंबो, पीटीआइ। युवा तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट का कहना है कि टी-20 प्रारूप में विविधता एक गेंदबाज की सबसे बड़ी पूंजी होती है और वह भारतीय टीम में लंबे समय तक बने रहने के लिए अपने इसी कौशल पर निर्भर हैं। उनादकट ने आइपीएल समेत घरेलू सर्किट पर लगातार अच्छे प्रदर्शन के बूते भारत की टी-20 टीम में जगह बनाई।
दिसंबर में श्रीलंका के खिलाफ सीरीज में वापसी के बाद से उनादकट अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। उनादकट ने कहा कि इस प्रारूप में एक गेंदबाज के लिए विविधता काफी अहम होती है। आप बल्लेबाजों के दिमाग से खेलने की बात करते हो और ऐसा सिर्फ विविधता के बूते ही कर सकते हो।
सीनियर गेंदबाजों की अनुपस्थिति में उनादकट ने ऑफ स्पिनर वाशिंगटन सुंदर के साथ यहां पहले दो मैचों में गेंदबाजी की शुरुआत की। उनादकट ने सुंदर की तारीफ की जिन्होंने शुरुआती ओवरों में शानदार काम किया। मुझे लगता है कि वह सचमुच अच्छी गेंदबाजी कर रहे हैं। हमने आइपीएल में पुणे के लिए एक साथ गेंदबाजी की थी। हमारे लिए यह चीज फायदेमंद है कि वह किस तरह ऑफ स्पिनर होने के नाते बल्लेबाजों को रन जुटाने से रोकते हैं जो बहुत मुश्किल काम है। वह अपनी रफ्तार को बेहतर को तरीके से कम-ज्यादा करते हैं। भारतीय गेंदबाजों ने बांग्लादेश के खिलाफ बेहतर प्रदर्शन किया, जबकि श्रीलंका के खिलाफ सीरीज के शुरुआती मैच में कुशाल परेरा ने उन्हें धो दिया था।
सीरीज में टीम इंडिया के लिए अच्छी शुरुआत नहीं रही और उसे पहले मुकाबले में श्रीलंका से पांच विकेट से हार का सामना करना पड़ा, लेकिन अगले ही मुकाबले में उसने बांग्लादेश को छह विकेट से हराकर वापसी की। ऐसे में सोमवार का मुकाबला भारतीय टीम को पहले मैच की गलतियां भुलाकर अच्छा प्रदर्शन करने का मौका देगा। टूर्नामेंट के पहले दौर को बांग्लादेश ने शनिवार को श्रीलंका पर पांच विकेट से रिकॉर्ड जीत हासिल कर रोमांचक बना दिया है। पहले दौर तक तीनों ही टीमों ने एक-एक मुकाबला हारा है और एक-एक ही जीता है, लेकिन सोमवार की जीत दर्ज करके भारत के पास श्रीलंका की मुश्किलें बढ़ाने का मौका होगा।