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सिर्फ एक कान से सुन सकता है भारतीय टीम में शामिल हुआ ये खिलाड़ी, जानिए कौन है?

मैंने यो-यो परीक्षण में विफल होने के बाद कड़ी मेहनत की। अब इसे पास कर लिया है, तो मैं बड़ी राहत महसूस कर रहा हूं।

By Pradeep SehgalEdited By: Published: Wed, 06 Dec 2017 11:46 AM (IST)Updated: Thu, 07 Dec 2017 01:29 PM (IST)
सिर्फ एक कान से सुन सकता है भारतीय टीम में शामिल हुआ ये खिलाड़ी, जानिए कौन है?
सिर्फ एक कान से सुन सकता है भारतीय टीम में शामिल हुआ ये खिलाड़ी, जानिए कौन है?

नई दिल्ली, [जागरण स्पेशल]। श्रीलंका के खिलाफ टी-20 सीरीज के लिए भारतीय टीम में शामिल किए गए ऑलराउंडर वाशिंगटन सुंदर ने अपने क्रिकेट करियर को शानदार रूप देने के लिए पिता और पूर्व कोचों का शुक्रिया अदा किया। वाशिंगटन सुंदर ने अपनी एक कमजोरी के बावजूद भी टीम इंडिया तक का सफर तय किया है। वाशिंगटन सुंदर को एक कान से सुनाई नहीं देता है। सुंदर जब 4-5 साल के थे तो उन्होंने अपनी इस कमजोरी के बारे में अपने माता-पिता को बताया। इसके बाद वो उन्हें डॉक्टर के पास लेकर गए, लेकिन फिर भी कुछ नहीं हुआ। वाशिंगटन सुंदर इस कमजोरी के साथ ही क्रिकेट खेलने लगे और अब वो श्रीलंका के खिलाफ खेली जाने वाली टी-20 सीरीज़ में भारतीय टीम का हिस्सा बन गए हैं। 

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अश्विन की ली थी जगह

सुंदर बायें हाथ से बल्लेबाजी करते हैं और दायें हाथ की ऑफ स्पिन गेंदबाजी करते हैं। उन्हें इस साल के शुरू में इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल-10) में राइजिंग पुणे सुपरजाइंट (आरपीएस) में चोटिल रविचंद्रन अश्विन की जगह शामिल किया गया था और तब से उन्होंने मुड़कर नहीं देखा। वाशिंगटन ने कहा, ‘भारतीय टीम का हिस्सा बनना सपना है। मेरे पिता (सुंदर) और पूर्व कोचों ने क्रिकेटर के तौर पर मेरा करियर बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभाई।’

गेंद से कमाल बल्ले से भी धमाल

वॉशिंगटन सुंदर गेंदबाज़ी के साथ-साथ बल्लेबाज़ी में भी शानदार प्रदर्शन करते हैं। इस साल आइपीएल में वो सबसे कंजूस स्पिन गेंदबाज़ों में से एक थे, तो तमिननाडु प्रमियर लीग में उन्होंने लगातार 4 अर्धशतक जमाए थे और वो इस टूर्नामेंट के सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ियों में शामिल थे। 

यो-यो टेस्ट में हो गए थे फेल

तमिलनाडु के 18 वर्षीय वाशिंगटन इस बात से राहत महसूस कर रहे हैं कि आखिर में उन्होंने ‘यो-यो’ परीक्षण पास कर लिया, जबकि दो महीने पहले वह इसमें विफल रहे थे। ‘मैंने यो-यो परीक्षण में विफल होने के बाद कड़ी मेहनत की। अब इसे पास कर लिया है, तो मैं बड़ी राहत महसूस कर रहा हूं। प्रत्येक क्रिकेटर अपने देश के लिए खेलना चाहता है। 18 साल की उम्र में राष्ट्रीय टीम के लिए चुना जाना सपना सच होने जैसा है और मैं इससे रोमांचित हूं।’ वाशिंगटन को नेट में शीर्ष बल्लेबाजों जैसे आरपीएस के कप्तान स्टीव स्मिथ, महेंद्र सिंह धौनी और इंग्लैंड के ऑलराउंडर बेन स्टोक्स के साथ गेंदबाजी करने का मौका मिल चुका है। 

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