नई दिल्ली, आनलाइन डेस्क। इंडियन प्रीमियर लीग के 15वें सीजन में दिल्ली कैपिटल्स और राजस्थान रायल्स के बीच खेला गया मुकाबला सुर्खियों में रहा। मैच के दौरान दिल्ली की पारी के आखिरी मैच के दौरान नो बॉल को लेकर विवाद हुआ था जिसमें सहायक कोच प्रवीण आमरे तो मैदान पर आ गए थे। कप्तान रिषभ पंत को मैच के दौरान अंपायर के फैसले पर आपत्ति जताने की वजह से जुर्माना भी लगाया गया। मैच के बाद उन्होंने नो बॉल पर अपनी राय देते हुए कहा था थर्ड अंपायर को इसमें दखल देना चाहिए था।
पंत ने कहा, "मुझे लगता है कि उन्होंने पूरे मैच के दौरान काफी अच्छी गेंदबाजी की थी लेकिन आखिर में पावेल ने हमें अच्छा मौका बनाकर दिया था। मैंने सोचा था कि वो एक नो बॉल हमारे लिए बेहद बहूमूल्य हो सकता था। मुझे लगता है कि हमें उस नो बॉल को चेक कराने देना चाहिए था, लेकिन यह बात मेरे नियंत्रण में नहीं है। यह बेहद निराशाजनक है लेकिन इसको लेकर ज्यादा कुछ किया नहीं जा सकता।"
दिल्ली की टीम राजस्थान के खिलाफ 223 रन का पीछा कर रही थी। आखिरी ओवर में टीम को 36 रन की जरूरत थी और रोवमैन पावेल ने तीन लगातार छक्के जमाए। इसके बाद चौथी गेंद ओेबेड मेकॉय ने कमर के उपर जिसपर अंपायर ने नो नहीं दिया। कप्तान रिषभ डग आउट से इस पर भड़के और सहायक कोच तो मैदान पर ही अंपायर से बात करने पहुंच गए।
आगे उनका कहना था, "सभी लोग इससे निराश थे क्योंकि यह कोई करीबी मामला भी नहीं था, मुझे लगा था कि यह सिर्फ एक नो बॉल ही थी। मैदान पर मौजूद हर एक शख्स ने इसे देखा। मुझे लगता है कि इस मामले के बीच में थर्ड अंपायर को दखल देना चाहिए था"