चेन्नई के मैच के साथ खत्म हुआ शेन वॉटसन का क्रिकेट करियर, ऑस्ट्रेलिया जाकर करेंगे संन्यास की घोषणा
बयान में बताया गया हमने उनके साथ बात की और उन्होंने कहा कि वह इस बात की आधिकारिक घोषणा करने वाले है जब ऑस्ट्रेलिया पहुंच जाएंगे। आधिकारिक बयान सामने आ जाएगा एक बार जब वह अपने परिवार के साथ बात कर लेंगे।
दुबई, पीटीआइ। चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) के आइपीएल के मौजूदा सत्र से बाहर होने के बाद ऑस्ट्रेलिया के शीर्ष ऑलराउंडर शेन वॉटसन ने अपने प्रतिस्पर्धी क्रिकेट करियर को अलविदा कहने का फैसला किया है। हालांकि, वॉटसन ने कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है लेकिन ऐसा पता चला है कि सीएसके के साथ ही क्रिकेट करियर का अंत करेंगे।
एएनआई के मुताबिक, चेन्नई सुपर किंग्स की मैनेजमेंट को वॉटसन ने अपने संन्यास की जानकारी दे दी है। वह इस बात की आधिकारिक घोषणा अपने देश ऑस्ट्रेलिया लौटकर करेंगे। बयान में बताया गया, हमने उनके साथ बात की और उन्होंने कहा कि वह इस बात की आधिकारिक घोषणा करने वाले है जब ऑस्ट्रेलिया पहुंच जाएंगे। आधिकारिक बयान सामने आ जाएगा एक बार जब वह अपने परिवार के साथ बात कर लेंगे।
जानकारी के मुताबिक रविवार को किंग्स इलेवन पंजाब पर जीत के साथ अपने आइपीएल अभियान को समाप्त करने के बाद इस वरिष्ठ खिलाड़ी ने अपनी टीम के साथियों को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने के फैसले के बारे में बताया। आइपीएल के इस सत्र में वाटसन 11 मैचों में सिर्फ 299 रन ही बना सके।
39 वर्षीय वॉटसन उन चुनिंदा खिलाडि़यों में शामिल हैं जिन्होंने दो अलग-अलग टीमों के साथ आइपीएल खिताब जीता है। 2018 में आइपीएल के उद्घाटन सत्र में वह 472 रन बनाकर और 17 विकेट लेकर राजस्थान रॉयल्स के स्टार खिलाड़ी साबित हुए थे। 2018 में फाइनल में उनके शतक की बदौलत सीएसके ने खिताब जीता था, जो दो साल के निलंबन के बाद वापसी कर रही थी।
2018 के सत्र में सीएसके की खिताबी जीत के दौरान वाटसन ने 555 रन बनाने के अलावा छह विकेट भी लिए थे। वाटसन ने 145 आइपीएल मैचों में 3874 रन बनाए, जिसमें चार शतक और 21 अर्धशतक शामिल रहे। उन्होंने 92 विकेट भी लिए।
पूर्व ऑस्ट्रेलिया ऑलराउंडर टॉम मूडी ने वॉटसन के लिए ट्वीट किया, 'यादगार आइपीएल करियर पर पर्दा डाला। बधाई दोस्त, आपने अपने आपको और अपनी प्रत्येक टीम को गौरवांवित किया।'पिछले साल मुंबई इंडियंस के खिलाफ फाइनल में उन्होंने घुटने से खून बहने के बावजदू बल्लेबाजी की थी और अपनी टीम को जीत के करीब ला दिया था। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उन्होंने 59 टेस्ट, 190 वनडे और 58 टी-20 मैच खेले।-