IPL 2020 से भारत व ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों को कैसे होगा फायदा इयान चैपल ने बताया
इयान चैपल ने कहा कि चाकचौंध से भरी यह टी20 लीग भारत और ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों के लिए आपदा में अवसर की तरह है।
नई दिल्ली, प्रेट्र। भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ क्रिकेट सीरीज के लिए इस साल के अंत में दौरा करना है, लेकिन उससे पहले दोनों टीमों के खिलाड़ी आइपीएल में दम दिखाते नजर आएंगे। अब इसके लेकर कंगारू टीम के पूर्व कप्तान इयान चैपल का कहना है कि इस लीग के जरिए दोनों देशों के खिलाड़ियों को चुनौतीपूर्ण माहौल में प्रैक्टिस करने का मौका मिलेगा और इसका फायदा उन्हें मिलेगा।
आइपीएल के 10 नवंबर को खत्म होने के बाद भारतीय टीम के खिलाड़ी वहीं से ऑस्ट्रेलिया रवाना होंगे। ऑस्ट्रेलिया दौरे की शुरुआत टी20 अंतरराष्ट्रीय सीरीज से होने की उम्मीद है, जिसके बाद टेस्ट और फिर वनडे सीरीज खेली जाएगी। भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के कारण इस बार का आइपीएल संयुक्त अरब अमीरात में खेला जाएगा, जिसका आगाज 19 सितंबर को आबुधाबी में होगा। चैपल ने कहा कि चाकचौंध से भरी यह टी20 लीग भारत और ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ियों के लिए आपदा में अवसर की तरह है, क्योंकि महामारी के कारण मार्च के बाद से क्रिकेट की ज्यादा सीरीज नहीं हुई हैं।
चैपल ने कहा कि एक बात तय है कि जहां चाह, वहां राह है, और बेहतर खिलाड़ी समाधान खोजने के लिए समर्पित रहते हैं।' उन्होंने कहा, 'भारतीय खिलाड़ियों और कुछ ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की बात करें तो दिसंबर में होने वाली सीरीज से पहले उनके पास आईपीएल में चुनौतीपूर्ण क्रिकेट खेलने का मौका होगा।' उन्होंने माना कि आइपीएल से शायद टेस्ट मैचों के लिए बेहतर तैयारी नहीं हो सके लेकिन रवि बोपारा के 2009 के प्रदर्शन का उदाहरण देकर समझाया कि इंग्लैंड का यह बल्लेबाज इसके बाद टेस्ट में अच्छा खेला था।
उन्होंने कहा, 'आइपीएल खेलने के बाद बोपारा को इंग्लैंड वापस बुलाया गया और जब उनसे पूछा गया कि क्या इससे टेस्ट मैच की तैयारी संभव है तो उन्होंने कहा कि आपको हर मौके पर रन बनाने के लिए लय में होना चाहिए। उन्होंने इसके बाद वेस्टइंडीज के खिलाफ लगातार दो शतक लगाकर खुद को सही साबित किया था।'
इस दिग्गज ने कहा कि स्वास्थ्य और सुरक्षा नियमों के साथ कोविड-19 युग में घरेलू टीमों पर हावी होना विदेशी टीमों के लिए मुश्किल होगा। उन्होंने कहा, 'जैव सुरक्षित स्थल, पृथकवास नियम, सामाजिक दूरी और खेल के तरीकों में कई बदलाव के साथ अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए खिलाड़ियों का ढलना चुनौतीपूर्ण होगा। यह टीम के अंदर भी जीवन को मुश्किल और अलग बनाता है।'