LBW के नियम में बदलाव चाहते हैं अश्विन, इसे लेकर दिया गजब का सुझाव
Indian ace spinner R ashwin अश्विन का मानना है कि अगर बल्लेबाज स्विच हिट लगाने के प्रयास में चूक जाता है तो गेंद के लेग साइड के बाहर टप्पा खाने के बावजूद उसे एलबीडब्ल्यू आउट दिए जाने पर विचार किया जाना चाहिए।
मुंबई, एजेंसी। भारतीय टीम के स्पिनर आर अश्विन को हमेशा से ही नए प्रयोग करने के लिए जाना जाता है। वह क्रिकेट में बनाए गए तमाम नियमों को बेहद बारीकी से पढ़ते और इसका इस्तेमाल करते भी नजर आते हैं। अश्विन का मानना है कि अगर बल्लेबाज स्विच हिट लगाने के प्रयास में चूक जाता है तो गेंद के लेग साइड के बाहर टप्पा खाने के बावजूद उसे एलबीडब्ल्यू आउट दिए जाने पर विचार किया जाना चाहिए।
स्विच हिट में दायें हाथ का बल्लेबाज अचानक बायें और बायें हाथ का बल्लेबाज का अचानक दायें हाथ का बल्लेबाज बनकर शाट खेलता है। मौजूदा नियमों के अनुसार, अगर गेंद लेग स्टंप के बाहर टप्पा खाई है तो इसके विकेटों पर लगने की पूरी संभावना होने के बावजूद बल्लेबाज को एलबीडब्ल्यू आउट नहीं दिया जा सकता। यह बल्लेबाजों के लिए 'ब्लाइंड स्पाट' माना जाता है जहां गेंद को देखने में दिक्कत होती है।
अश्विन ने कहा, 'मेरा सवाल यह नहीं है कि वह रिवर्स स्वीप खेल सकता है या नहीं, यह नकारात्मक गेंदबाजी (लेग स्टंप के बाहर गेंद को टप्पा खिलाना) लाइन है या नहीं, मेरा नजरिया एलबीडब्ल्यू को लेकर है। यह अनुचित है कि इसे एलबीडब्ल्यू नहीं दिया जाता। बल्लेबाजों को स्विच हिट लगाने दीजिए, लेकिन उनके चूकने पर हमें एलबीडब्ल्यू का मौका दीजिए। अगर बल्लेबाज पलट गया है तो आप कैसे कह सकते हैं कि वह एलबीडब्ल्यू नहीं है। अगर उन्होंने खेल के सभी प्रारूपों में आउट देना शुरू कर दिया तो गेंदबाजी और बल्लेबाजी के बीच कुछ बराबरी स्थापित की जा सकेगी।'
अश्विन भारत और इंग्लैंड के बीच हाल में संपन्न पांचवें टेस्ट के संदर्भ में कह रहे थे जहां मेजबान टीम ने जो रूट और जानी बेयरस्टो के नाबाद शतक से 378 रन के लक्ष्य को हासिल कर लिया और पांच मैचों की सीरीज 2-2 से बराबर कर दी।
उन्होंने कहा, 'उस मैच में यह जो रूट और जानी बेयरस्टो का रुख था। रूट ने लगभग 10 शाट खेले जहां वह पूरी तरह से पलट गया और रिवर्स स्वीप खेलने का प्रयास किया। उसने 10 बार शाट खेला लेकिन नौ बार चूक गया। 10वें मौके पर बल्ले का निचला किनारा लगा। इस बीच बेयरस्टो लगातार गेंदों पर पैड मारते रहे।' वहीं, अश्विन का यह भी मानना है कि वनडे क्रिकेट को अपनी प्रासंगिकता तलाशनी होगी क्योंकि यह बिना उतार-चढ़ाव के टी-20 क्रिकेट का विस्तार वाला प्रारूप बनता जा रहा है ।-