विराट कोहली पर बीस साबित हो रहा जो रूट का बल्ला, सीरीज में मचाया धमाल
रूट इंग्लैंड के बल्लेबाजी क्रम की धुरी हैं। हालांकि रूट के लिए साल 2020 एक कप्तान के रूप में तो बेहद सफल साबित हुआ लेकिन एक बल्लेबाज के रूप में उन्होंने साधारण प्रदर्शन किया। लेकिन साल 2021 में उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया है।
उमेश राजपूत, नई दिल्ली। भारत और इंग्लैंड के बीच मौजूदा टेस्ट सीरीज में बेशक उतार-चढ़ाव और रोमांच देखने को मिल रहा हो, लेकिन एक बात से कोई इन्कार नहीं कर सकता कि इस सीरीज में दोनों टीमों के कप्तान अपनी-अपनी वजह से आकर्षण का केंद्र रहे हैं। भारतीय कप्तान विराट कोहली जहां लगातार रन बनाने के लिए जूझ रहे हैं, लेकिन उनके बल्ले से रन नहीं निकल पा रहे हैं तो वहीं इंग्लैंड के कप्तान जो रूट अपने बल्ले से उदाहरण पेश कर रहे हैं।
रूट ने लीड्स में खेले जा रहे सीरीज के तीसरे टेस्ट में एक बार फिर शतकीय पारी खेलते हुए 121 रन बनाए। यह इस सीरीज में उनका लगातार तीसरे टेस्ट में तीसरा शतक है। उनके इस शतक की मदद से इंग्लैंड की टीम ने दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक पहली पारी में आठ विकेट पर 423 रन बना लिए थे। रूट के अलावा रोरी बर्न्स (61), हसीब हमीद (68) और डेविड मलान (70) ने भी अर्धशतक जड़े। इंग्लैंड की टीम ने भारत पर पहली पारी के आधार पर 345 रन की बढ़त हासिल कर ली है। भारत की पहली पारी 78 रन पर सिमटी थी।
कोहली और रूट में समानता :
कोहली और रूट में कुछ समानताएं भी देखने को मिलती हैं। दोनों ही दायें हाथ के बल्लेबाज हैं और अपनी-अपनी टीमों के कप्तान हैं। दोनों ही नंबर चार पर बल्लेबाजी करते हैं। दोनों की गिनती मौजूदा दौर में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में होती है। दोनों का बल्ला जब भी चलता है तो उनकी टीमों की जीतने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए विरोधी टीमों के गेंदबाजों के लिए ये दोनों ही बल्लेबाज सबसे बड़ी चुनौती होते हैं। हालांकि, इस सीरीज में रूट जहां लगातार रन बना रहे हैं तो वहीं कोहली का ज्यादा वक्त पवेलियन में बैठे-बैठे ही बीत रहा है।
इस साल जमकर बोला बल्ला :
रूट इंग्लैंड के बल्लेबाजी क्रम की धुरी हैं। हालांकि, रूट के लिए साल 2020 एक कप्तान के रूप में तो बेहद सफल साबित हुआ, लेकिन एक बल्लेबाज के रूप में उन्होंने साधारण प्रदर्शन किया। लेकिन, साल 2021 में उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। वह इस साल टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं। इस साल उन्होंने छह शतक जड़े हैं, जिसमें दो दोहरे शतक भी शामिल हैं।
इतना ही नहीं, वह एक बार भी शून्य पर आउट नहीं हुए हैं। इस साल रूट अकेले दम पर ही इंग्लैंड की ओर से रन बनाने की जिम्मेदारी संभाले हुए हैं। इसे इस बात से आसानी से समझा जा सकता है कि जहां रूट ने इस साल 1300 से ज्यादा रन बनाए हैं तो उनके बाद इंग्लैंड के लिए दूसरे सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज रोरी बर्न्स हैं, जिन्होंने सात टेस्ट में सिर्फ 424 रन बनाए हैं। इतना ही नहीं, रूट के अलावा सिर्फ बर्न्स ऐसे बल्लेबाज हैं जिन्होंने इस साल इंग्लैंड के लिए टेस्ट शतक जड़ा है, लेकिन रूट ने जहां छह शतक जड़े हैं तो वहीं बर्न्स ने सिर्फ एक शतक जड़ा है।
अकेले किला लड़ाया :
मौजूदा सीरीज में भी रूट 500 से ज्यादा रन बना चुके हैं। इस सीरीज में सर्वाधिक रन बनाने के मामले में उनके बाद केएल राहुल हैं जिन्होंने 244 रन बनाए हैं, यानी रूट के रनों से आधे से भी कम रन। वहीं, इंग्लैंड के बल्लेबाजों में रूट के बाद जानी बेयरस्टो ने 147 रन बनाए हैं। रूट ने मौजूदा सीरीज में नाटिंघम में पहले टेस्ट की पहली पारी में 64 रन बनाए थे तो दूसरी पारी में उस समय 109 की पारी खेली थी, जब उनकी टीम संकट में थी।
वहीं, लार्ड्स टेस्ट में उन्होंने पहली पारी में ही नाबाद 180 रन बनाकर भारतीय गेंदबाजों की कमियों का उजागर कर दिया था, लेकिन इस टेस्ट में इंग्लैंड को हार का सामना करना पड़ा था। इस टेस्ट की दूसरी पारी में उन्होंने 33 रन बनाए थे। अब तीसरे टेस्ट की पहली पारी में वह 121 रन बनाकर आउट हुए। उनकी इस पारी ने इंग्लैंड को सीरीज में पहली बार जीत की स्थिति में ला दिया है। ऐसे में अब मुश्किलें भारत के लिए बढ़ सकती हैं और यदि भारतीय टीम को सीरीज जीतना है तो हर हाल में उसके बल्लेबाजों, खासकर कप्तान कोहली को रूट से सबक लेना होगा और बड़ी पारियां खेलनी होंगी।