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India vs England: पिचों को लेकर आरोपों का बेहतर ढंग से सामना करें- आर अश्विन

अश्विन ने कहा कि भारतीय टीम की भी पिचों के बारे में राय हो सकती है लेकिन विदेशी हालात में किसी खिलाड़ी या पूर्व दिग्गजों ने सीम लेती विकेटों को लेकर शिकायत नहीं की। उन्होंने कहा इंग्लैंड के क्रिकेट विशेषज्ञ क्या बोलते हैं उससे मुझे कोई परेशानी नहीं है।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Tue, 16 Feb 2021 08:09 PM (IST)Updated: Tue, 16 Feb 2021 08:09 PM (IST)
India vs England: पिचों को लेकर आरोपों का बेहतर ढंग से सामना करें- आर अश्विन
आर अश्विन कप्तान विराट कोहली के साथ (एपी फोटो)

चेन्नई, प्रेट्र। मेजबान टीम की मददगार पिचें तैयार करने पर छिड़ी बहस के बीच रविचंद्रन अश्विन ने क्रिकेट प्रेमियों और भारत के क्रिकेट समुदाय से अनुरोध किया है कि इस तरह के आरोपों का बेहतर ढंग से सामना करें।

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यह पूछने पर कि क्या इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया की टीमों को यह स्वीकार कर लेना चाहिए कि टर्न लेती पिचों पर वे अच्छी स्पिन गेंदबाजी का सामना नहीं कर पाते, तो अश्विन ने कहा, 'आखिर में तो इन सब बातों से परेशान हम हो रहे हैं । हर किसी को राय रखने का अधिकार है और जो भी राय दे रहा है, यह उसका हक है। हम इस पर तवज्जो दे रहे हैं और देख रहे हैं कि यह काम कर रहा है या नहीं। एक क्रिकेट समुदाय या एक देश के रूप में इस तरह के आरोपों का बेहतर ढंग से सामना करना चाहिए। हमें गर्व से कहना चाहिए कि हम अच्छा क्रिकेट खेल रहे हैं।'

अश्विन ने कहा कि भारतीय टीम की भी पिचों के बारे में राय हो सकती है लेकिन विदेशी हालात में किसी खिलाड़ी या पूर्व दिग्गजों ने सीम लेती विकेटों को लेकर शिकायत नहीं की। उन्होंने कहा, 'इंग्लैंड के क्रिकेट विशेषज्ञ क्या बोलते हैं, उससे मुझे कोई परेशानी नहीं है क्योंकि हम भी विदेश दौरे पर अपनी राय रखेंगे, लेकिन हम कभी शिकायत नहीं करते। मैंने कभी अपने महान खिलाड़ियों को शिकायत करते नहीं देखा। चाहे हमारे कोच रवि शास्त्री हों या सुनील गावस्कर। इन्होंने कई दौरे किए और पिच पर घास होने की बात कही, लेकिन शिकायत नहीं की।'

अश्विन ने कहा कि उन्होंने घरेलू दर्शकों के सामने मैच का पूरा लुत्फ उठाया क्योंकि वह घरेलू परिस्थितियों से अवगत थे। अश्विन ने कहा, 'लोग जितना बाहर बैठकर भविष्यवाणी कर रहे हैं, मुझे लगता है जो गेंद ज्यादा टर्न कर रही थी उससे विकेट नहीं मिल रहे थे। यह बल्लेबाजों की मानसिकता थी जिसके कारण हमें विकेट मिले। मैं वर्षो से यहां खेल रहा हूं और हमें विकेट गति और चालबाजी से मिले। अपने इरादे मजबूत रखना बेहद महत्वपूर्ण था। पिच जिस भी तरह से व्यवहार कर रही हो, उसमें हर तरीका भिन्न परिणाम देता है। मैंने अलग तरीके से कोशिश की। हवा का उपयोग किया, गेंद छोड़ने के लिए विभिन्न कोण का उपयोग किया। रन अप में अपनी तेजी से काम लिया। यह मेरे लिए कारगर रहा क्योंकि मैंने इस पर काम किया था।'


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