Ind vs SL: क्रिकेट में चैंपियन खिलाड़ियों की भारी कमी- गौतम गंभीर
गौतम गंभीर ने कहा कि आज ज्यादातर टीमों में चैंपियन खिलाड़ियों की भारी कमी है।
(गौतम गंभीर का कॉलम)
मैंने जसलमेर में परिवार और दोस्तों के साथ 2020 का स्वागत किया। जश्न मनाने से अलग हमारे बीच जो चर्चा हुई, वह यह थी कि हमारे खेल में किसी चीज की तो कमी नहीं है। कुछ ने कहा कि डे-नाइट टेस्ट क्रिकेट का भविष्य है, कुछ को लगता है कि खिलाडि़यों का ठीक प्रबंधन और फिटनेस सबसे बड़ी जरूरत है। मैंने भी सुना है कि क्रिकेट को ग्लोबल गेम बनाने के लिए इसे अमेरिकन मार्केटिंग के हाथों में छोड़ना होगा। जब मेरा मौका आया तो मैंने दो चीजों पर बात कही। चैंपियंस क्रिकेटरों की कमी और जिंदा पिच।
अब जब भारत इस वर्ष की शुरुआत श्रीलंका के खिलाफ टी-20 सीरीज से कर रहा है, तो मैं चौंक जाऊंगा अगर आप में से कोई भी मेहमान टीम के ओपनरों के नाम बता दे। एम और एम के अलावा। यानि मैथ्यूज और मलिंगा के अलावा किसी के नाम लोगों को याद नहीं होंगे, हां कुशल परेरा ने अपने प्रशंसक जरूर बनाए हैं।
श्रीलंका ही अकेली ऐसी टीम नहीं है। दक्षिण अफ्रीका में भी यही हाल है। इसके अलावा पाकिस्तान भी। वेस्टइंडीज और न्यूजीलैंड की टीमों में जरूर स्टार पावर है लेकिन मैं पक्का नहीं हूं कि ये क्रिकेटर किसी भी नए प्रशंसक को आकर्षित करते होंगे। मैं खिलाडि़यों पर लगाए गए नियमों से भी चिंता में हूं। ऐसा लगता है कि अगर कोई खिलाड़ी घुड़की भी देगा तो भी उसे मैच रेफरी के कमरे में जाना पड़ेगा। खेल को पात्र की जरूरत है ना कि रोबोट की।
खेल को साथ ही सरस पिचों की जरूरत है। मैं किसी भी प्रारूप में छक्के और चौके लगते देखना चाहता हूं लेकिन बल्ले और गेंद में समानता होनी चाहिए, जिससे खेल प्रभावित नहीं होगा। जो भी इसके जिम्मेदार हैं, उन्हें यह याद रखना चाहिए कि गेंदबाज भी खेल का एक अहम हिस्सा हैं। मुझे लगता है कि चार दिवसीय टेस्ट एक बेहूदा विचार है और इसे तुरंत ठंडे बस्ते में डाल देना चाहिए। इससे मैच ड्रॉ होंगे, इससे स्पिनरों के लिए कोई जगह नहीं रह जाएगी जो पांचवें दिन अपनी चमक बिखेरते हैं।
मुझे वह पसंद आया जो मार्क वॉ ने लेग बाय को लेकर सुझाव दिया। मैं इस मामले में वॉ के साथ हूं। मेरे दोस्तों ने मुझसे भारत-श्रीलंका सीरीज पर भी सुझाव मांगे। मुझे लगता है कि यह युवाओं को आजमाने का बढि़या मौका है। गुवाहाटी का स्टेडियम शानदार है। इसकी पिच भी अच्छी है। भारत ने रोहित शर्मा को आराम दिया है। मुझे लगता है कि शिखर धवन का आना अच्छा है क्योंकि केएल राहुल के रहते दोनों गेंदबाजों को बायें और दायें हाथ के बल्लेबाज के तौर पर ज्यादा चुनौती देंगे।