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Ind vs NZ: टीम इंडिया अपने हथियार से न्यूजीलैंड को कर सकता है क्लीन बोल्ड- सचिन

Ind vs NZ सचिन तेंदुलकर ने न्यूजीलैंड दौरे के लिए टीम इंडिया को जीत के मंत्र दिए।

By Sanjay SavernEdited By: Published: Tue, 21 Jan 2020 08:13 PM (IST)Updated: Tue, 21 Jan 2020 08:15 PM (IST)
Ind vs NZ: टीम इंडिया अपने हथियार से न्यूजीलैंड को कर सकता है क्लीन बोल्ड- सचिन

 नई दिल्ली, प्रेट्र। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व स्पिनर सचिन तेंदुलकर ने कहा कि पिछले कुछ साल से न्यूजीलैंड के पिच का व्यवहार बदल गया है। अब बल्लेबाजी के लिए आसान इन पिचों पर भारतीय टीम के पास ऐसे हथियार हैं जिसके दम पर वो कीवी टीम को मुश्किल में डाल सकते हैं। सचिन तेंदुलकर ने रिकॉर्ड 1990 से लेकर 2009 तक पांच बार न्यूजीलैंड का दौरा किया था। 

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सचिन ने कहा कि जब वो अपने पहले न्यूजीलैंड दौरे पर गए थे तब वहां कि पिचों पर तेज गेंदबाजों को काफी मदद मिलती थी जबकि साल 2009 में उनके आखिरी दौरे पर यहां रन बनाना पहले के मुकाबले आसान हो गया था। उन्होंने कहा कि अब न्यूजीलैंड की पिचों में बदलाव आया है और इसकी वजह से हाल के वर्षों में टेस्ट मैचों में काफी रन बने हैं। 

सचिन ने अपने आखिरी दौरे को याद करते हुए बताया कि साल 2009 में जब मैं वहां खेला था तब हैमिल्टन की पिच का बर्ताव दूसरी पिचों से अलग था। दूसरी पिचें (वेलिंग्टन और नेपियर) सख्त थी लेकिन हैमिल्टन की नहीं। वह नरम थी। समय बीतने के साथ नेपियर की पिच सख्त हो गई और गौतम गंभीर ने यहां 2009 में 12 घंटे से ज्यादा देर तक बल्लेबाजी करते हुए शतक लगाकर मैच बचाया था। मुझे लगा कि मेरे पहले दौरे के मुकाबले (1990 से 2009) पिचें सख्त हो गईं।

टीम इंडिया के बारे में उन्होंने कहा कि हमारे पास तेज और स्पिन गेंदबाजों का बेहतरीन आक्रमण है। मेरा ये मानना है कि हमारे पास इसटीम को टक्कर देने की पूरी क्षमता है। हालांकि उन्होंने भारतीय टीम को आगाह करते हुए कहा कि खिलाड़ियों को वेलिंग्टन में हवा के असर से निपटने के लिए तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा कि वेलिंग्टन में मैं खेला हूं और अगर आप हवा के साथ या हवा के उलट दिशा से गेंदबाजी कर रहे हैं तो इससे बहुत फर्क पड़ता है। बल्लेबाज को इस बात के बात को लेकर सावधान होना चाहिए कि वह किस छोर पर आक्रमण करना चाहता है, यह सबसे अहम है।  

46 साल के सचिन ने कहा कि वो चाहेंगे कि स्पिनर हवा की विपरीत दिशा से गेंदबाजी करें। उन्होंने कहा कि हवा की विपरीत दिशा से गेंदबाजी करने वाले तेज गेंदबाजों को होशियारी से काम लेना होगा। अगर हवा की गति तेज रही तो मैं चाहूंगा कि उसके विपरीत छोर से स्पिनर गेंदबाजी करें और पेसर हवा के साथ गेंदबाजी करे। इससे काफी मदद मिलेगी और टीम का प्रदर्शन अच्छा होगा। 


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