Ind vs Aus: किस वजह से भारतीय क्रिकेट पहुंची नई ऊंचाइयों पर, एलन बॉर्डर ने बताया
Ind vs Aus एलन बॉर्डर ने कहा कि कोहली समझ गए हैं कि आक्रामक खेलने से ही सफलता मिलेगी। मैच की स्थिति ऐसी होती है कि थोड़ी बहुत बहस हो जाती है लेकिन मैदान के बाहर खिलाड़ी मिलजुल जाते हैं।
निखिल शर्मा, नई दिल्ली। Ind vs Aus: हो सकता है ऑस्ट्रेलिया में भारतीय कप्तान विराट कोहली की आक्रामकता को वहां के प्रशंसक पसंद नहीं करते हों, हो सकता है कि कोहली के तीन टेस्ट में अनुपस्थिति से ऑस्ट्रेलिया की सीरीज जीतने की दावेदारी बढ़ गई हो, लेकिन जाहिर तौर पर भारतीय कप्तान की आक्रामकता आखिरी तीन टेस्ट में खलेगी, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के सफलतम कप्तानों में से एक एलन बॉर्डर का मानना है कि भारतीय क्रिकेट के ऊंचाइयों तक पहुंचने की सबसे बड़ी वजह आक्रामकता ही है। दैनिक जागरण के साथ बातचीत में बॉर्डर ने कहा कि उन्हें निजी तौर पर कोहली की आक्रामकता पसंद है।
बॉर्डर से जब पूछा गया कि कोहली के तीन टेस्ट में नहीं होने से क्या मेजबान खिलाड़ियों के लिए स्लेजिंग आसान हो जाएगी, क्योंकि कोहली से ज्यादा आक्रामक भारतीय टीम में कोई नहीं है। बॉर्डर ने कहा कि पहले तो मैं माफी मांगना चाहता हूं जिस तरह का हमने क्रिकेट खेला है, हमें पता है कि लोगों को यह पसंद नहीं है, लेकिन मैं जानता हूं कि लोग कोहली के खेलने का तरीका पसंद करते हैं। कोहली समझ गए हैं कि आक्रामक खेलने से ही सफलता मिलेगी। मैच की स्थिति ऐसी होती है कि थोड़ी बहुत बहस हो जाती है, लेकिन मैदान के बाहर खिलाड़ी मिलजुल जाते हैं। मुझे दोनों टीम का आक्रामक होना पसंद है। यह इस लड़ाई का हिस्सा है, जो कई सालों से चला आ रहा है। मैं चाहता हूं कि दोनों टीम मैदान पर आक्रामक दिखें।
बॉर्डर ने कहा कि कोहली की टीम की यही पहचान है। पहले भारतीय टीम के खिलाड़ी रिजर्व रहते थे। वह जवाब देने से ज्यादा अच्छा प्रदर्शन करने पर ध्यान देते थे, लेकिन विराट की टीम ज्यादा आक्रामक हो गई है। ऑस्टेलिया जब आक्रामक होता है, तो भारत अब जवाब देने लगा है। यह बदलाव सौरव गांगुली के आने से हुआ है। विराट अब इसको अलग स्तर पर ले गए हैं। वह पीछे हटने वाले कप्तानों में से नहीं हैं। यही सबसे बड़ा अंतर है। मुझे लगता है कि यह गलत नहीं है, लेकिन सीमा नहीं पार होनी चाहिए। दोनों टीम एक-दूसरे का सम्मान करती हैं। यह आइपीएल की वजह से हुआ है, जब खिलाडि़यों को दुनिया भर के खिलाडि़यों के साथ खेलने का मौका मिला। जब आप एक साथ खेलते हैं, तो आपको निजी बातों का पता चल जाता है। डेविड वार्नर, स्टीव स्मिथ भी कई खिलाडि़यों के साथ खेले हैं, लेकिन अब वह एक-दूसरे के खिलाफ खेलेंगे।
भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे का प्रसारण 27 नवंबर से सोनी टेन 3 पर किया जाएगा। टेस्ट सीरीज की संभावनाओं पर बॉर्डर ने कहा कि मैं आत्मविश्वास से कह सकता हूं कि ऑस्ट्रेलिया जीत सकती है। वह बहुत अच्छा खेल रहे हैं और सीरीज जीत सकते हैं। ऑस्ट्रेलिया ने तैयारी अच्छे से की है। हमारे पास अच्छे तेज गेंदबाज और स्पिनर हैं। बल्लेबाजी भी अच्छी हो गई है। ऑस्ट्रेलिया निश्चित तौर पर भारत से बेहतर है। 2-1 से ऑस्ट्रेलिया जीत सकता है। अगले तीन टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया अच्छा कर सकती है। कोहली सिर्फ पहला टेस्ट खेल रहे हैं। इससे ऑस्ट्रेलिया को फायदा मिलेगा। मैं सोच रहा हूं कि बल्लेबाजी से हम यह मुकाबला जीत सकते हैं। कोहली के साथ नफरत और प्यार का रिश्ता रहा है, लेकिन मुझे वह निजी तौर पर बहुत पसंद हैं। वाकई यह नया भारत है।
पहला टेस्ट डे-नाइट होने पर बॉर्डर ने कहा कि पहला टेस्ट किसी भी सीरीज का रास्ता तय करता है, क्योंकि यह गुलाबी गेंद से टेस्ट होगा तो चीजें अलग होंगी। आपको रात में गेंदबाजी करनी होगी। मैं नहीं सोचता हूं कि पहला टेस्ट रास्ता तय करेगा पूरी सीरीज का। कोविड-19 चल रहा है। हम पूरी तरह से सुनिश्चित नहीं है कि पहला टेस्ट खेला कहां जाएगा। एडिलेड में यह हो सकता है। देखना होगा कि क्या हो सकता है।
ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी लंबे समय से बायो-बबल (कोरोना से बचाव के लिए बनाए गए नियमों के तहत सुरक्षित) में खेल रहे हैं। इस पर बॉर्डर ने कहा कि मैं देख सकता हूं कि ऑस्ट्रेलिया में क्वींसलैंड में हमें ज्यादा दिक्कत नहीं हो रही है। हमें यहां मास्क पहनने की जरूरत नहीं है। थोड़ा बहुत क्वारंटाइन जरूरी है। आपको 14 दिन के क्वारंटाइन में रहना होगा, फिर बबल में। परिवार बहुत मायने रखता है, लेकिन अब परिवार साथ यात्रा कर रहा है। मानसिक तौर पर यह थोड़ा परेशानी भरा है, क्योंकि क्रिकेट इस तरह से नहीं खेला जा रहा था। आप होटल में ही रुकेंगे, कहीं बाहर नहीं जाएंगे। आप जो चाहें कर सकते हैं, लेकिन बाहर नहीं जा सकते हैं। यह महीनों-महीनों करना बहुत मुश्किल काम है। भारतीयों के लिए यह मुश्किल हो सकता है, मुझे नहीं पता है कि उनका परिवार साथ आ रहा है या नहीं, लेकिन यह बहुत मुश्किल है। हमें इस बात का फायदा मिलेगा। वैसे भी भारतीय खिलाड़ी अब तक प्रथम श्रेणी क्रिकेट नहीं खेल पाए हैं।
बॉर्डर ने साथ ही कहा कि भारतीय टीम को लेग स्पिनर युजवेंद्रा सिंह चहल को टेस्ट टीम में जगह देनी चाहिए थी। वह यहां की पिचों पर हमारे बल्लेबाजों को खासा परेशान कर सकते हैं। मैं जानता हूं कि वह इस समय ज्यादा टी-20 और वनडे क्रिकेट खेल रहे हैं, लेकिन मेरी निजी तौर पर राय है कि रविचंद्रन अश्विन हमारे बल्लेबाजों को परेशान नहीं कर पाएंगे, वह अच्छे स्पिनर हैं, लेकिन यहां कोई असर नहीं डाल पाएंगे। अगर भारतीय टीम चहल को टेस्ट टीम में खिलाए तो यह बेहतर हो सकता है। साथ ही उन्होंने कहा कि मेजबान टीम में मार्नस लाबुशाने, क्रिस ग्रीन और पुकोवस्की अच्छे खिलाड़ी हैं, जो एक्स फैक्टर साबित हो सकते हैं।