महिला क्रिकेटरों ने किया मजबूर, ICC बड़ा फैसला लेने पर कर रही विचार
ICC Women world cup की अपार सफलता की वजह से अब आईसीसी महिला क्रिकेट के प्रसारण अधिकार अलग से बेचने पर विचार कर रही है।
नई दिल्ली, जेएनएन। ऑस्ट्रेलिया में हाल ही में खेले गए आईसीसी महिला टी20 विश्व कप का आयोजन बहुत शानदार रहा। टू्र्नामेंट को रिकॉर्ड दर्शकों ने टीवी और स्टेडियम में देखा जिसकी वजह से इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल काफी खुश है। इस टूर्नामेंट की अपार सफलता की वजह से अब आईसीसी महिला क्रिकेट के प्रसारण अधिकार अलग से बेचने पर विचार कर रही है।
इस साल 8 मार्च को भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए आईसीसी टी20 विश्व कप फाइनल को रिकॉर्ड संख्या में लोगों ने स्टेडियम और टीवी पर देखा। इससे पहले महिलाओं के आईसीसी टूर्नामेंट को इतनी ज्यादा दर्शक नहीं मिले थे। 1.1 बिलियन लोगों ने ऑस्ट्रेलिया में खेले गए महिला विश्व कप को देखा। जो महिला क्रिकेट इतिहास में सबसे ज्यादा देखा जाने वाला टूर्नामेंट रहा।
महिला क्रिकेट की तरफ लोगों के रुझान के देखते हुए आईसीसी इस बात से आश्वस्त है कि अब महिलाओं के होने वाले मुकाबलों के लिए भी अब प्रसारण अधिकार को अलग से बेचा जाए। आईसीसी 2023 से 2031 के नए सर्किल में महिला क्रिकेट के अलग से प्रसारण अधिकार बेचने का विचार कर रहा है।
पीटीआई से बात करते हुए आईसीसी के अधिकारी ने बताया, इस बात को देखा जा रहा है अब तक इसको लेकर कोई भी फैसला नहीं लिया गया है। लेकिन यह संभवत: ये अच्छा मौका है। हमने महिला टी20 विश्व कप के दौरान जो दर्शकों की भारी संख्या देखी उसका मतलब साफ है कि हमें इसका लाभ उठाना चाहिए। इसकी काफी कीमत है।
महिलाओं के खेल का भारतीय बाजार दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है। युवा सनसनी शेफाली वर्मा और उनके साथ में स्मृति मंधाना, जेमिमा रेड्रिगेज जैसे खिलाड़ियों की वजह से आईसीसी को एक अच्छा मौका नजर आ रहा है। बिल्कुल 1.1 बिलियन विडियो को देखा जाना पिछले साल हुए आईसीसी विश्व कप के बाद दूसरी सबसे ज्यादा दर्शक संख्या था।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले गए टूर्नामेंट के फाइनल को ही सिर्फ 9.02 मिलियन लोगों ने देखा। हालांकि भारतीय टीम को मेजबान ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ फाइनल में भले हार मिली लेकिन इस ऐतिहासिक मैच को देखने के लिए मेलबर्न क्रिकेट स्टेडियम में 86, 174 पहुंचे दर्शकों ने नया इतिहास रच दिया।