हरभजन बोले, वर्ल्ड कप जीतकर जमकर नाचे थे सचिन तेंदुलकर, नहीं की कोई लाज-शर्म
विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा रहे स्पिनर हरभजन सिंह ने कहा है कि सचिन इस जीत के बात बिल्कुल बेपरवाह हो गए थे और पहली बार खुलकर डांस किया था।
नई दिल्ली, जेएनएन। भारतीय क्रिकेट टीम के महानतम बल्लेबाज सचिन रमेश तेंदुलकर ने दो दशक से भी ज्यादा क्रिकेट को अपना योगदान दिया। साल 2011 में क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले इस दिग्गज के विश्व कप जीतने का सपना पूरा हुआ। विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा रहे स्पिनर हरभजन सिंह ने कहा है कि सचिन इस जीत के बात बिल्कुल बेपरवाह हो गए थे और पहली बार खुलकर डांस किया था।
हरभजन सिंह ने आईपीएल के मैचों का प्रसारण करने वाले चैनल स्टार स्पोर्ट्स के एक शो क्रिकेट कनेक्ट्स पर 2011 विश्व कप की यादों को ताजा किया। भज्जा ने फाइनल में मिली भारत की जीत के बारे में बताया, "मुझे याद है उस रात अपने मेडल के साथ सोना, जब सुबह मैं जागा तो वो मेडल मेरे साथ था और यह एहसास बहुत ही सुखद था।"
सचिन का सपना था विश्व कप को जीतने का और यह महेंद्र सिंह धौनी की कप्तानी में पूरा हुआ। भारत ने 28 साल बाद वनडे विश्व कप का खिताब जीता था। भज्जी ने सचिन की खुशी के बारे में बताया, "उस दिन मैंने सचिन तेंदुलकर को पहली बार डांस करते हुए देखा था। पहली बार उन्होंने अपने आस पास के लोगों की कोई परवाह नहीं की थी। वो हर एक के साथ उस पल का मजा उठा रहे थे और यह बता मैं हमेशा ही याद रखूंगा।"
विश्व कप के फाइनल मुकाबले में भारत के सामने श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 6 विकेट पर 274 रन का स्कोर खड़ा किया था। टीम इंडिया ने मुंबई के वानखेडे स्टेडियम में खेले फाइनल में महेंद्र सिंह धौनी और गौतम गंभीर की बेमिसाल पारी के दम पर 6 विकेट से जीत हासिल की थी।
"यह एक ऐसा चीज थी जिसके बारे में हम सबने साथ मिलकर सपना देखा था, यह पूरा हो गया था और वो एहसास अविश्वनीय था। उन लम्हों के बारे में सोचने के बाद मेरे तो अब भी रोंगटे खड़े हो जाते हैं। विश्व कप की ट्रॉफी को थामना वाकई में एक अलग सा एहसास था और ऐसा शायद पहली बार ही हुआ था जब मैं सबके सामने रो पड़ा था। वो एहसास बहुत ही भाव विभोर करने वाला था मुझे नहीं पता था कैसे प्रतिक्रिया देनी है।"