गौतम गंभीर के नाम पर कोई बड़ा रिकॉर्ड नहीं है, बस नखरेबाजी है- शाहिद अफरीदी
Shahid Afridi vs Gautam Gambhir अफरीदी ने अपनी किताब में ना सिर्फ गंभीर बल्कि सहवाग पर भी निशाना साधा।
नई दिल्ली, जेएनएन। पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी अपने विवादित बयानों के लिए जाने जाते हैं। इन दिनों खासतौर पर वो पूर्व क्रिकटरों व भारत के बारे में कड़वी बातें बोल रहे हैं और एक बार फिर से उन्होंने भारतीय क्रिकेट टीम के दो पूर्व ओपनर बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग और गौतम गंभीर के बारे में अपने किताब के जरिए विवादित बयान दिया।
वैसे भी गौतम गंभीर वो शाहिद अफरीदी के संबंध हमेशा से ही खराब रहे हैं और एक बार फिर से अफरीदी ने उसमें हवा दे दी। उन्होंने गौतम गंभीर को औसत दर्जे का बड़बोला खिलाड़ी करार दिया। गंभीर और अफरीदी अपने खेल के दिनों में मैदान पर भिड़ते रहते थे जबकि उसके बाद दोनों सोशल मीडिया पर एक-दूसरे को खरी-खोटी सुनाते रहते हैं।
शाहिद अफरीदी ने अपनी ऑटोबायोग्रापी गेम चेंजर में गौतम गंभीर को एक औसत दर्जे को बड़बोला खिलाड़ी बताया है। अफरीदी के अनुसार गंभीर के नाम कोई भी बड़ा रिकॉर्ड नहीं है, लेकिन वो खुद को डॉन ब्रैडमैन और जेम्स बॉन्ड समझते हैं। अफरीदी ने कहा कि गौतम गंभीर के बर्ताव में ही समस्या है और उसका कोई व्यक्तित्व ही नहीं है। कोई बड़ा रिकॉर्ड उसके नाम पर नहीं है बस नखरेबाजी है।
अफरीदी ने गंभीर के साथ साल 2007 में एक वनडे मैच के दौरान हुई लड़ाई का भी जिक्र अपनी किताब में किया है। अफरीदी ने कहा कि इस लड़ाई के दौरान हम दोनों के बीच गाली-गलौच तक हो गई थी। अफरीदी ने अपनी किताब में वीरेंद्र सहवाग पर भी निशाना साधा है और लिखा है कि वो सोशल मीडिया पर नकारात्मक टिप्पणियां करते रहते हैं क्या ये सही है। तो वहीं इरफान पठान के बारे में लिखा कि मैं और इरफान जब मैदान पर आपस में भिड़ते थे तो यही सोच रहती थी कि ये मैदान पर सिर्फ एक ही पठान रहेगा, या तो वो या मैं।
अफरीदी ने बेशक अपनी किताब में दूसरे भारतीय बल्लेबाजों के लिए अच्छा नहीं लिखा, लेकिन सचिन तेंदुलकर के बारे में तारीफ करते हुए लिखा कि वो तकनीकी तौर पर सबसे मजबूत भारतीय बल्लेबाज थे। अफरीदी ने लिखा कि साल 1996 में जो शतक मैंने 37 गेंदों पर लगाए थे वो कमाल मैंने सचिन तेंदुलकर के बल्ले से ही किया था।