EXCLUSIVE: रणजी ट्रॉफी को लेकर संबरन बनर्जी बोले- हम कर सकते हैं और करके दिखाएंगे
EXCLUSIVE Sambaran Banerjee रणजी ट्रॉफी के फाइनल को लेकर संबरन बनर्जी ने कहा है कि हम ये टाइटल जीत सकते हैं।
कोलकाता, जेएनएन। बंगाल की क्रिकेट टीम तीन दशक बाद रणजी ट्रॉफी में फिर इतिहास रचने की दहलीज पर है। इस वक्त अगर कोई सबसे ज्यादा भावुक हो रहा है तो वह हैं संबरन बनर्जी। स्वतंत्र भारत में बंगाल को पहली रणजी ट्रॉफी जिताने वाले कप्तान। 1938-39 सत्र में पहली बार रणजी ट्रॉफी जीतने वाली बंगाल टीम ने उसके बाद 50 वषरें के बेहद लंबे इंतजार के बाद 1989-90 सत्र में संबरन के नेतृत्व में ही इसपर दोबारा कब्जा जमाया था। विशाल श्रेष्ठ ने बंगाल की क्रिकेट बिरादरी में मधु दा के नाम से परिचित संबरन बनर्जी से खास बातचीत की।
- ऐसे समय जब बंगाल फिर से इतिहास रचने के करीब है, आप 1989-90 की ऐतिहासिक जीत के लम्हों में लौटकर कैसा महसूस कर रहे हैं?
- यह मेरे लिए बेहद भावनात्मक समय है। हमारे पास फिर से इतिहास रचने का मौका है। बंगाल की टीम इस समय जिस शानदार तरीके से खेल रही है, उससे उसकी जीत की 95 फीसद संभावना दिख रही है। यह जीत बंगाल के क्रिकेटरों के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा होगी। इससे यहां के खिलाडि़यों के टीम इंडिया में खेलने की संभावनाएं भी बढ़ेंगी।
- रणजी ट्रॉफी जीतने वाली आपकी टीम की खासियत क्या थी?
- हमारी टीम काफी उत्साही थी। हम किसी भी प्रतिद्वंद्वी से घबराते नहीं थे। हमने एक टीम की तरह खेला था और सभी ने अच्छा प्रदर्शन किया था।
- अभिमन्यु ईश्वरन की कप्तानी वाली मौजूदा बंगाल टीम और अपनी टीम में आप क्या समानताएं पाते हैं?
- मैं दोनों टीमों की तुलना करना नहीं चाहूंगा। बस यही कहूंगा कि इस टीम में भी वही जोश नजर आता है, जो हमारी टीम में हुआ करता था।
- अरुण लाल को आप अपनी टीम के खिलाड़ी और मौजूदा टीम के कोच के रूप में कैसे देखते हैं?
- अरुण लाल ने उस समय खिलाड़ी के तौर पर सबसे अच्छा प्रदर्शन किया था। उन्होंने उस साल काफी रन बनाए थे और अब बंगाल टीम के कोच के रूप में वे शानदार काम कर रहे हैं।
- खिताबी मुकाबले के लिए बंगाल के खिलाडि़यों को आप क्या सलाह देना चाहेंगे?
- मैं उनसे बस यही कहूंगा कि मैदान में जाकर खेल का आनंद लें। खुद से बस इतना कहें कि मैं कर सकता हूं, हम कर सकते हैं और फिर करके दिखाएंगे।
- सौराष्ट्र को क्या घरेलू मैदान में खेलने का फायदा मिलेगा?
- निश्चित रूप से उसे यह फायदा तो है ही, लेकिन बंगाल के नजरिये से में यही कहूंगा कि कोई भी टीम हर समय अपने मैदान में नहीं खेल सकती।
- बंगाल के लिए कौन सा खिलाड़ी मैन विनर साबित हो सकता है?
- मेरे हिसाब से शाहबाज अहमद डार्क हॉर्स साबित हो सकता है। वह गेंदबाजी और बल्लेबाजी दोनों कर सकता है। बंगाल टीम में इशान पोरेल जैसा प्रतिभावान तेज गेंदबाज भी है, जो अंडर-19 विश्व कप जीतने वाली भारतीय टीम का सदस्य रहा है।
- आपकी कप्तानी में रणजी ट्राफी जीतने वाली टीम के सदस्य रहे 17 साल के सौरव गांगुली के बारे में क्या कहेंगे?
- सौरव उस समय बहुत युवा थे। महज 17 साल के, लेकिन उनमें जबरदस्त प्रतिभा थी, जो उन्होंने बाद में साबित भी की। मुझे सौरव को देखकर उसी वक्त आभास हो गया था कि यह लड़का एक दिन भारतीय टीम में खेलेगा।
- रणजी के मौजूदा सत्र में तिहरा शतक जड़ने वाले बंगाल के सबसे अनुभवी बल्लेबाज मनोज तिवारी से फाइनल में क्या उम्मीदें हैं?
- मनोज बंगाल के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक है। उसने रणजी में काफी रन बनाए हैं। उम्मीद है कि वह फाइनल में भी शानदार प्रदर्शन करेगा।