इंग्लैंड क्रिकेट टीम में नजर आती है सबसे ज्यादा विविधता- क्रिस जोर्डन
क्रिस जोर्डन ने कहा कि इंग्लैंड क्रिकेट टीम जितनी विविधता अन्य किसी टीम में नहीं नजर आती।
लंदन, प्रेट्र। इन दिनों नस्लवाद को लेकर दुनियाभर के क्रिकेटरों ने जोर-शोर से अपनी आवाज उठाई है और खुद से जुड़ी हुई कई बातें शेयर की हैं। कुछ कैरेबियाई खिलाड़ियों ने साफ तौर पर कहा कि उनके साथ भेदभाव किया गया। वहीं इन सब बातों के बीच इंग्लैंड क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज क्रिस जोर्डन ने इंग्लिश टीम का काफी प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि विविधता का अपनाने में ये टीम सबसे आगे हैं और जहां तक नस्लवाद को गलत ठहराने की बात है तो इस टीम के हर खिलाड़ी के पता है कि उन्हें इसमें अपनी भागीदारी निभानी है।
इंग्लैंड क्रिकेट टीम की बात की जाए तो इस टीम में सबसे ज्यादा विविधता नजर आती है। इस टीम में बारबाडोस में पैदा हुए जोफ्रा आर्चर खेल रहे हैं तो वहीं पाकिस्तान मूल के स्पिनर आदिल राशिद भी इस टीम का हिस्सा हैं। वहीं मोइन अली भी पाकिस्तान से ही ताल्लुक रखते हैं। इसके अलावा इस टीम में आयरलैंड में जन्मे इयोन मोर्गन भी हैं जो इस वक्त सिमित प्रारूप के कप्तान भी हैं।
क्रिस जोर्डन ने स्काई स्पोर्ट्स से कहा कि टीम के नजरिये से कहूं तो आप जो देखते हो आपको वही मिलता है। इसमें काफी विविधता है और इयोन मोर्गन ने इसकी अच्छी तरह से अगुआई की है। उन्होंने कहा कि जागरूकता के मामले में हम सभी को भूमिका निभानी होगी और नस्लवाद विरोधी होना होगा। निश्चित तौर की इंग्लैंड की टीम में यह कोई मसला ही नहीं है और जहां तक विविधता का सवाल है तो यह टीम एक अच्छा उदाहरण है।
31 साल के क्रिस जोर्डन का जन्म बारबाडोस में हुआ था और उन्होंने कहा कि इंग्लैंड की क्रिकेट टीम नस्लवाद पर खुलकर बातचीत को बढ़ावा देती है। आपको बता दें कि अमेरिका में अफ्रीकी मूल के अश्वेत नागरिक जॉर्ड फ्लॉयड की पुलिस कस्टडी में हुई मौत के बाद से पूरे वर्ल्ड में नस्लवाल के खिलाफ बातें की जा रही है और इसका विरोध किया जा रहा है।
इस घटना के बाद टी20 वर्ल्ड कप जीतने वाली वेस्टइंडीज टीम के कप्तान डेरेन सैमी और कैरेबियाई स्टार बल्लेबाज क्रिस गेल जैसे खिलाड़ियों ने आगे आकर भेदभाव के आरोप लगाए। सैमी ने कहा कि उन्हें आइपीेल के दौरान कालू कहकर पुकारा गया।