न्यूजीलैंड के विभीषण बेन स्टोक्स का 'न्यूजीलैंडर ऑफ द ईयर अवॉर्ड' लेने से इन्कार
स्टोक्स का कहना है कि इस अवॉर्ड के असली हकदार न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन हैं जिन्होने अपनी टीम को फाइनल तक पहुंचाया।
लंदन, एएफपी। आइसीसी विश्व कप 2019 के फाइनल में मैन ऑफ द मैच रहे इंग्लैंड के धाकड़ ऑलराउंडर बेन स्टोक्स को न्यूजीलैंडर ऑफ द ईयर के लिए नामित किया गया है। हालांकि, स्टोक्स ने इस अवॉर्ड को लेने से इन्कार कर दिया है। स्टोक्स का कहना है कि इस अवॉर्ड के असली हकदार न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन हैं जिन्होने अपनी टीम को फाइनल तक पहुंचाया।
स्टोक्स को जन्म न्यूजीलैंड में ही हुआ था। चार जून 1991 को क्राइस्टचर्च में जन्मे स्टोक्स जब 12 साल के थे तब उनका परिवार काम के सिलसिले में इंग्लैंड चला गया। इसके बाद से स्टोक्स इंग्लैंड के होकर रह गए और यहीं से अपना क्रिकेटिंग करियर शुरू किया। न्यूजीलैंडर ऑफ द ईयर अवॉर्ड के लिए स्टोक्स को नामित करने के पीछे समिति ने कहा कि न्यूजीलैंड के कुछ लोग ऐसे हैं जो स्टोक्स को आज भी अपने ही देश का नागरिक मानते हैं। हालांकि, स्टोक्स ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि वह इसके असली हकदार नहीं हैं।
स्टोक्स ने कहा कि मैं न्यूजीलैंडर ऑफ द ईयर के लिए नामित होने पर काफी खुश हूं। मुझे अपनी न्यूजीलैंड और माओरी विरासत पर गर्व है, लेकिन इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए मुझे नामांकित करना ठीक नहीं होगा। ऐसे लोग हैं जो इस अवॉर्ड के असली हकदार हैं और उन्होंने न्यूजीलैंड देश के लिए बहुत कुछ किया है। स्टोक्स ने आगे लिखा कि मैंने इंग्लैंड को विश्व कप जिताने में मदद की है। मैं अब ब्रिटेन का हूं और मैं यहां तब से हूं जब मैं 12 साल का था। मुझे लगता है कि पूरे देश को न्यूजीलैंड के कप्तान विलियमसन को अपना समर्थन देना चाहिए। वह कीवी दिग्गज हैं। उन्होंने इस विश्व कप में अपनी टीम का नेतृत्व गौरव और सम्मान के साथ किया। वह प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहे और अपने लोगों के नेतृत्वकर्ता हैं। वह हर स्थिति में विनम्रता और सहानुभूति दिखाते हैं। वह एक ऑलराउंड दिग्गज हैं। उन्हें देखकर लगता है कि एक न्यूजीलैंडर होना क्या होता है। वह इस अवॉर्ड के असली हकदार हैं। न्यूजीलैंड उनका पूरा समर्थन करता है। वह इसके हकदार हैं और मेरा वोट भी उनके साथ ही है।