टीम से बाहर किए जाने के बाद स्टुअर्ट ब्रॉड ने की जोरदार वापसी, कहा- मैं भूखा हूं
ब्रॉड ने कहा कि जो जिमी ने किया है उसे क्यों नहीं दोहराया जाए उनकी उम्र तक खेला जाए और उनकी तरह सफलता हासिल की जाए। मैं भूखा हूं। मेरा फिटनेस रिकॉर्ड अच्छा है।
मैनचेस्टर, पीटीआइ। इंग्लैंड के अनुभवी तेज गेंदबाज स्टुअर्ट ब्रॉड को वेस्टइंडीज के खिलाफ खेली जा रही टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले में प्लेइंग इलेवन से बाहर रखा गया। इस बात के लेकर काफी विवाद हुआ और ब्रॉड ने भी इसको लेकर निराशा जाहिर की थी। दूसरे मुकाबले में इस धुरंधर ने वापसी से साथ ही इंग्लैंड की टीम में अपनी उपयोगिता साबित की।
ब्रॉड ने पहली पारी में 3 विकेट हासिल किए और दूसरी पारी में वेस्टइंडीज को शुरुआती झटके दिए। यह इंग्लिश गेंदबाज करियर को लंबा खींचने के मामले में टीम के अपने साथी तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन के नक्शेकदम पर चलना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वह कुछ और साल खेलने के लिए फिट हैं।
साउथैंप्टन में वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट के लिए ब्रॉड को नजरअंदाज किया गया था, लेकिन दूसरे टेस्ट में 34 साल के इस तेज गेंदबाज ने वापसी की और चौथे दिन तीन विकेट चटकाकर इंग्लैंड का पलड़ा भारी कर दिया। 30 जुलाई को 38 वर्ष के हो रहे एंडरसन को ओल्ड ट्रैफर्ड में चल रहे दूसरे टेस्ट से आराम दिया गया है।
ब्रॉड ने कहा कि जो जिमी ने किया है उसे क्यों नहीं दोहराया जाए, उनकी उम्र तक खेला जाए और उनकी तरह सफलता हासिल की जाए। मैं भूखा हूं। मेरा फिटनेस रिकॉर्ड अच्छा है। अगर मैं कोई लक्ष्य बनाता हूं तो उसे हासिल करने के लिए मेरी भूख बढ़ जाती है।
ब्रॉड ने कहा, कभी-कभी मुझे मेरी उम्र से अधिक के वर्ग में रखा जाता है। जिमी ने मेरी उम्र पार करने के बाद भी विकेट चटकाए हैं। मैं ऐसा क्यों नहीं कर सकता। पहले टेस्ट की टीम से बाहर किए गए ब्रॉड ने इस फैसले की आलोचना करने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। उन्होंने कहा, टीम में वापस आकर अच्छा लग रहा है। यह मौका मिलना ही था, लेकिन जब आप नहीं खेल रहे होते तो निराश होना स्वाभाविक है।