ये शख्स है शिखर धवन की 'कार्बन कॉपी', बेटे का नाम भी है जोरावर
ये शख्स शिखर धवन की एकदम कार्बन कॉपी की तरह है। इस शख्स ने अपने बेटे का नाम भी शिखर धवन के बेटे जोरावर के नाम पर ही रखा है।
नई दिल्ली, जेएनएन। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर किसी पहचान के मोहताज नहीं होते, क्योंकि उनके चाहने वालों की लंबी लिस्ट होती है। हैरान करने वाली बात तब सामने आ जाती है, जब क्रिकेटर को उनका हमशक्ल मिल जाता है। ऐसा ही कुछ भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज शिखर धवन के साथ हुआ है। शिखर धवन को भी हूबहू उनका हमशक्ल कुछ साल पहले मिला था, जिसने शिखर से ही प्रभावित होकर अपने बेटे का नाम भी जोरावर रख लिया है।
भारतीय क्रिकेटरों में सचिन तेंदुलकर, वीरेंद्र सहवाग और विराट कोहली को भी अपनी कार्बन कॉपी यानी हमशक्ल मिल चुका है। इस लिस्ट में शिखर धवन भी शामिल हैं, जिन्हें उनकी तरह ही हेयर स्टाइल और मूछें रखने वाला शख्सम मिला है। इस शख्स का नाम है राम बहादुर जो 27 साल है और ये शिखर धवन की तरह दिखता है। राम बहादुर ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बात करते हुए कई खुलासे किए हैं, जिसके बारे में बहुत कम लोग जानते हैं।
राम बहादुर उत्तर प्रदेश के बलिया के रहने वाले हैं, जो लखनऊ में कम्प्यूटर ऑपरेटर का काम करते हैं। शिखर धवन की तरह दिखने वाले राम बहादुर 2013 में एक कटिंग सैलून पर गए थे, जहां उनको सैलून वाले ने कटिंग करने के बाद बोला था कि भाइया आप तो बिल्कुल शिखर धवन की तरह लगते हो। उसने बोला था और मैंने मूछों को देखा तो मुझे भी लगा कि हां ये सही कह रहा है। इसके बाद उसने शिखर धवन की तस्वीर दिखाई तो वे हैरान रह गए।
उन्होंने बताया कि मैंने शिखर सर का एक पोस्टर खरीदा था, जिसे अपनी दीवार पर लगाया था। मैं शीशे में बार-बार देख रहा था। मैं खुश था कि मैं किसी क्रिकेटर की तरह दिखता हूं। इस तरह मेरा पागलपन शिखर धवन के लिए शुरू हो गया। इसके बाद से मैं उसी सैलून पर जाता हूं। मैं शिखर धवन की तरह मूंछ रखता हूं, क्योंकि वो मेरे भगवान हैं। मैं उनको बहुत बारीकी से फॉलो करता हूं। उनके कपड़े उनकी मूंछें और उनके बाल की स्टाइल कॉपी करता हूं।
2013 से शिखर धवन को कॉपी करते आ रहे राम बहादुर की मुलाकात अपने भगवान शिखर धवन से दो साल बाद साल 2015 में हुई। राम बहादुर सनराइजर्स हैदराबाद और दिल्ली कैपिटल्स (तब दिल्ली डेयरडेविल्स) का मैच देखने पहुंचे थे। उस दौरान उनकी मुलाकात शिखर से हुई। 9 मई को रायपुर में गर्मी और उमस थी। मैं हैदराबाद और दिल्ली का मैच देखने गया था। मैं टीम बस का इंतजार कर रहा था।
उन्होंने आगे कहा, "जब टीम बस आई तो मैं शिखर सर को देखकर काफी खुश था। उन्होंने मुझे देखा और मुझे गले से लगा लिया। ये मरी पहली मुलाकात थी, जो यादगार रही। इसके बाद हमने इंस्टाग्राम पर एक-दूसरे से बात करना शुरू कर दिया था। अच्छी बात ये है कि वे मेरी हर बात का जवाब देते हैं। अगली मुलाकात दोनों की भारत बनाम न्यूजीलैंड नवबंर 2017 में हुई। मैच प्रैक्टिस के दौरान मैंने चिल्लाया God, तो उन्होंने देखा और मुस्कुराते हुए मुझसे पूछा कि तुम्हारे पास मैच टिकट है तो मैंने ना में उत्तर दिया।"
राम बहादुर ने बताया कि इसके बाद शिखर सर ने उन्हें हॉटल बुलाया था और पास दिए थे। मैं उनको करीब देखकर अपने आंसू नहीं रोक सका था। उन्होंने मुझे अपने परिवार से भी मिलाया था। इसके बाद से जब भी इंडिया का मैच होता है तो मुझे टिकट मिल जाते हैं। राम बहादुर क्रिकेट के मैदान पर ही नहीं, बल्कि निजी जीवन में भी उनको आदर्श मानते हैं। 2018 में जब राम बहादुर को बेटा हुआ था तो उन्होंने उसका नाम जोरावर रखा था, जो कि शिखर के बेटे का नाम है। इससे पहले उन्होने बेटी का नाम भी शिखर की बेटी की तरह आलिया रखा था।