शाहिद अफरीदी पर पाकिस्तानी खिलाड़ी का बड़ा आरोप, उसने मेरा वनडे करियर बर्बाद कर दिया
पाकिस्तान के 39 वर्ष के खिलाड़ी ने कहा कि शाहिद औरों के सपोर्ट करते थे लेेकिन मुझे कभी सपोर्ट नहीं किया।
नई दिल्ली, प्रेट्र। पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व स्पिनर दानिश कनेरिया ने शाहिद अफरीदी पर उनके करियर के दौरान उनके साथ गलत व्यवहार करने का आरोप लगाया साथ ही लिमिटेड ओवर्स में उनके छोटे करियर के लिए भी उन्हें ही दोषी ठहराया। दानिश दूसरे हिंदू खिलाड़ी थे जिन्होंने पाकिस्तान के लिए क्रिकेट खेला। उन्होंने 61 टेस्ट में 261 विकेट लिए थे जबकि 2000 से 2010 के बीच में सिर्फ 18 वनडे मैच खेले थे। पाकिस्तान की तरफ क्रिकेट खेलने वाले पहले हिंदू खिलाड़ी अनिल दलपत थे।
39 साल के दानिश ने कहा कि अफरीदी मेरे साथ ऐसे बर्ताव क्यों करते थे और इसके पीछे क्या वजह थी ये उनके लिए सोचना काफी कठिन है अगर इसमें धर्म की बात ना हो तो। उन्होंने कहा कि अफरीदी हमेशा उनके खिलाफ रहते थे जब हम घरेलू क्रिकेट या फिर वनडे क्रिकेट में एक साथ खेलते थे। उन्होंने कहा कि जब कोई एक शख्स हमेशा आपको खिलाफ हो तो इसमें धर्म के अलावा और क्या कारण हो सकता है।
दानिश कनेरिया ने पिछले साल शोएब अख्तर के उस दावे का समर्थन किया था जिसमें कहा गया था कि उनके साथ टीम में धर्म की वजह से भेदभाव किया जाता था। उन्होंने कहा कि वो 18 से ज्यादा मैच खेल सकते थे, लेकिन अफरीदी की वजह से ऐसा नहीं हो पाया। अफरीदी जब घरेलू क्रिकेट में भी कप्तान था तब मुझे ज्यादा मौके नहीं मिल पाते थे और वनडे में भी उसने ऐसा ही बिना किसी कारण के किया। वो दूसरों को सपोर्ट करते थे पर मुझे नहीं।
कनेरिया ने कहा कि मैं वनडे का रेगुलर सदस्य था, लेकिन मुझे मौका ही नहीं मिल पाता था। मैं लेग स्पिनर था और अफरीदी भी लेग स्पिन करता था और ये दूसरा कारण था। वो पाकिस्तान का बड़ा स्टार था और लगातार खेल भी रहा था फिर भी मेरे साथ ऐसा व्यवहार क्यों करता था ये मैं नहीं समझ पाया। वो कहते थे कि प्लेइंग इलेवन में दो स्पिनर्स नहीं खेल सकते। ये भी कहते थे कि मेरी फिल्डिंग भी वनडे के लिए बड़ी वजह है। उस समय भी टीम में दो-तीन अच्छे फील्डर थे और पाकिस्तान कभी भी फिल्डिंग के लिए नहीं जाना गया।
कनेरिया भी स्पॉट फिक्सिंग में दोषी पाए गए थे। उन्होंने कहा कि जब पीसीबी मो. आमिर, सलमान बट को मौका दे सकती है तो मुझे क्यों नहीं। मैंने भी गलती की थी, लेकिन दूसरों ने भी तो यही किया था। उन्हें मेरी तरह से नहीं फेंका गया। कनेरिया ने इंजमाम और यूनिस खान की कप्तानी में खेला था और कहा कि उन्होंने मुझे काफी सपोर्ट किया। इसके अलावा मोइन खान और राशिद लतीफ भी मुझे पसंद करते थे। मैंने अफरीदी के अंदर कम ही खेला था।